
संयुक्त राष्ट्र — संयुक्त राष्ट्र ने पुष्टि की है कि ईरान पर लगे संयुक्त राष्ट्र प्रतिबंधों को दोबारा सक्रिय कर दिया गया है।
महासचिव के प्रवक्ता कार्यालय से जारी एक नोट में कहा गया—
“सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव 2231 (2015) के पैरा 11 और 12 में निर्धारित प्रक्रिया के तहत, 27 सितम्बर को शाम 8 बजे (ईस्टर्न डेलाइट टाइम) से प्रस्ताव 1696 (2006), 1737 (2006), 1747 (2007), 1803 (2008), 1835 (2008) और 1929 (2010) की सभी धाराएँ उसी तरह से फिर लागू हो गई हैं, जैसे वे 20 जुलाई 2015 को प्रस्ताव 2231 को अपनाने से पहले लागू थीं।”
नोट के अनुसार, इसके साथ ही सुरक्षा परिषद समिति (प्रस्ताव 1737 के तहत स्थापित) की प्रतिबंध सूची फिर से बहाल हो गई है, जिसमें अब 43 व्यक्ति और 78 संस्थाएँ शामिल हैं, जिन्हें पहले प्रस्ताव 2231 से पहले सूचीबद्ध किया गया था।
प्रतिबंधों की पृष्ठभूमि
पिछले महीने फ्रांस, ब्रिटेन और जर्मनी ने स्नैपबैक मैकेनिज़्म को सक्रिय किया था, जिससे यदि ईरान 2015 की परमाणु संधि (जॉइंट कॉम्प्रिहेंसिव प्लान ऑफ एक्शन - JCPOA) का उल्लंघन करता पाया जाए, तो 30 दिनों में प्रतिबंध दोबारा लागू हो सकते हैं।
19 सितम्बर को सुरक्षा परिषद ने वह प्रस्ताव पास नहीं किया, जो JCPOA के तहत ईरान को दी गई राहत को बढ़ा सकता था। इसके बाद एक और प्रस्ताव, जो JCPOA और प्रस्ताव 2231 को छह महीने तक बढ़ाने का प्रयास था, भी असफल रहा।
ईरान का रुख
जून में इज़राइल और अमेरिका द्वारा ईरान के कई परमाणु स्थलों और सैन्य ठिकानों पर हमले के बाद, तेहरान ने अपने परमाणु प्रतिष्ठानों के निरीक्षण निलंबित कर दिए, जबकि यह 2015 की संधि के तहत उसकी कानूनी जिम्मेदारी थी।
ईरान के राष्ट्रपति मासूद पेज़ेश्कियन ने पिछले सप्ताह दोहराया कि उनका देश परमाणु हथियार विकसित करने का कोई इरादा नहीं रखता।
With inputs from IANS