
दोहा — एक सप्ताह से अधिक चले भीषण संघर्ष के बाद अफगानिस्तान और पाकिस्तान ने तत्काल प्रभाव से युद्धविराम लागू करने पर सहमति जताई है। इस संघर्ष में अब तक दर्जनों लोगों की मौत और सैकड़ों घायल हुए थे। यह घोषणा कतर के विदेश मंत्रालय ने रविवार को की।
कतर द्वारा जारी बयान के अनुसार, दोनों पड़ोसी देशों ने स्थायी शांति और स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए तंत्र विकसित करने पर भी सहमति जताई है।
आने वाले दिनों में इस युद्धविराम को टिकाऊ बनाने के लिए अनुवर्ती वार्ताएं (follow-up talks) आयोजित की जाएंगी।
अफगानिस्तान और पाकिस्तान के प्रतिनिधिमंडल कतर और तुर्की की मध्यस्थता में दोहा में बातचीत में शामिल हुए।
वार्ता का नेतृत्व दोनों देशों के रक्षा मंत्रियों ने किया। पाकिस्तान की ओर से कहा गया कि बैठक का मुख्य उद्देश्य अफगानिस्तान से होने वाले सीमा पार आतंकवाद को समाप्त करना और सीमा पर शांति और स्थिरता बहाल करना है।
संघर्ष की शुरुआत तब हुई जब पाकिस्तान ने पिछले सप्ताह काबुल पर हवाई हमले किए।
हाल के दिनों में दोनों देशों ने एक-दूसरे पर आक्रामकता के आरोप लगाए हैं।
पाकिस्तान का कहना है कि अफगान क्षेत्र से आतंकवादी हमले किए जा रहे हैं, जबकि अफगानिस्तान ने इन आरोपों को सख्ती से खारिज किया है।
इस संघर्ष के दौरान 18 अक्टूबर को पाकिस्तान के हवाई हमले में अफगानिस्तान के पक्टिका प्रांत में तीन अफगान क्रिकेटरों की मौत हो गई थी।
अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (ACB) ने पुष्टि की कि खिलाड़ी उरगुन से शराना एक मैत्री मैच खेलने जा रहे थे।
मृत क्रिकेटरों की पहचान कबीर, सिबग़तुल्लाह और हारून के रूप में हुई, जबकि पांच अन्य नागरिकों की भी जान गई।
एसीबी ने इस घटना पर शोक जताते हुए घोषणा की कि वह पाकिस्तान के साथ होने वाली आगामी त्रिकोणीय टी20 श्रृंखला से हट जाएगी।
एसीबी ने कहा, “इस दुखद घटना के जवाब में और पीड़ितों के प्रति सम्मान के तौर पर अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने नवंबर के अंत में होने वाली त्रिकोणीय टी20 श्रृंखला से हटने का निर्णय लिया है।”
इससे पहले एक 48 घंटे के अस्थायी युद्धविराम पर भी सहमति बनी थी, जो शुक्रवार शाम समाप्त हो गया।
इसके कुछ ही घंटों बाद पाकिस्तान ने सीमा पार हवाई हमले किए, जिससे हिंसा फिर भड़क उठी।
हालांकि अब दोनों देशों के बीच नया युद्धविराम समझौता हो गया है।
With inputs from IANS