बांग्लादेश: अवामी लीग के पांच नेताओं और सहयोगियों को पुलिस ने किया गिरफ्तारBy Admin Sat, 10 May 2025 09:32 AM

ढाका (IANS) – बांग्लादेश में मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार के तहत अवामी लीग पार्टी पर बढ़ते दमन के बीच ढाका पुलिस ने राजधानी के विभिन्न इलाकों से पार्टी और उसके सहयोग संगठनों से जुड़े पांच नेताओं को गिरफ्तार किया है। यह जानकारी स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स में दी गई है।

गिरफ्तार किए गए नेताओं में शामिल हैं:

  • पल्लबी थाना अवामी लीग के उपाध्यक्ष और पूर्व सांसद इलियास मोल्ला के सहयोगी रमज़ान अली,
  • मोहम्मदपुर थाना स्वेच्छासेवक लीग के उपाध्यक्ष मोहम्मद आलमगीर,
  • गुलशन थाना छात्र लीग के संगठन सचिव रस्सेल अल जुबैर,
  • ढाका मेट्रोपॉलिटन वार्ड 66 जुबो लीग के महासचिव मेहदी हसन,
  • और मुरादनगर, कुमिल्ला से अवामी लीग के नामित पूर्व सांसद अब्दुल कादिर।

ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस (DMP) ने शुक्रवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि इन व्यक्तियों के खिलाफ विभिन्न थानों में विशिष्ट आरोपों के तहत मामले दर्ज किए गए हैं।

पुलिस का कहना है कि ये लोग राजधानी में अचानक जुलूस निकालकर जनता में भय पैदा करने, कानून-व्यवस्था भंग करने और देश को अस्थिर करने की कोशिश में शामिल थे। पुलिस ने आगे बताया कि इनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई जारी है।

रिपोर्ट्स के अनुसार, हाल के दिनों में कई अवामी लीग कार्यकर्ताओं को पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के समर्थन में फ्लैश जुलूस निकालने पर हिरासत में लिया गया है।

इस बीच, अंतरिम सरकार ने शुक्रवार को कहा कि वह विभिन्न राजनीतिक दलों, संगठनों और जनता द्वारा उठाई गई अवामी लीग पर प्रतिबंध लगाने की मांग पर गंभीरता से विचार कर रही है।

सरकार ने बताया कि इस विषय पर राजनीतिक दलों से संपर्क किया गया है और यूएन की रिपोर्ट, जिसमें अवामी लीग नेताओं और समर्थकों की आतंकी गतिविधियों का उल्लेख है, को ध्यान में रखते हुए जल्द फैसला लिया जाएगा।

इसके साथ ही, पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल हामिद ने गुरुवार को देश छोड़ दिया, जो शेख हसीना की सत्ता से बेदखली के कुछ महीने बाद हुआ है। उनके खिलाफ भी, हसीना और उनके परिवार के साथ मिलकर, किशोरगंज में एक प्रदर्शन पर गोलीबारी और हमले को लेकर मामला दर्ज किया गया है।

अगस्त 2024 में सत्ता में आने के बाद, यूनुस-नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार ने हसीना, उनके परिवार और अवामी लीग समर्थकों के खिलाफ कई गिरफ्तारी वारंट जारी किए हैं।

हसीना की अचानक सत्ता से विदाई को वैश्विक स्तर पर बांग्लादेश में लोकतंत्र के लिए एक बड़ा झटका माना गया था। साथ ही, अंतरिम सरकार को कट्टरपंथी इस्लामिक संगठनों को शरण देने के लिए भी भारी आलोचना झेलनी पड़ रही है।