
वॉशिंगटन — अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने सोमवार को दिल्ली के लाल किले के पास हुए विस्फोट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वह “स्थिति पर करीबी नजर रख रहा है” और “आवश्यक होने पर वाणिज्यिक सहायता देने के लिए तैयार है।”
आईएएनएस को दिए गए विशेष बयान में अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा,
“हम दिल्ली के लाल किले के पास हुए विस्फोट से अवगत हैं। हम स्थिति पर बारीकी से नज़र रख रहे हैं और ज़रूरत पड़ने पर वाणिज्यिक सहायता प्रदान करने के लिए तैयार हैं।”
सोमवार शाम दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास खड़ी कारों में हुए शक्तिशाली धमाके में कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई और 12 से अधिक लोग घायल हुए हैं।
विस्फोट के तुरंत बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गृह मंत्री अमित शाह से बात कर स्थिति की जानकारी ली। सरकारी सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री ने घटनाक्रम की पूरी जानकारी हासिल की है।
इसी दौरान गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली पुलिस आयुक्त सतीश गोलचा, खुफिया ब्यूरो (IB) प्रमुख तपन डेका, और राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) के डीजी सदानंद वसंत डेटे से भी बातचीत की। उन्होंने एनआईए की टीम को तुरंत घटनास्थल पर भेजने के निर्देश दिए।
घायलों को एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सुरक्षा एजेंसियों ने दिल्ली, मुंबई और उत्तर प्रदेश में हाई अलर्ट जारी कर दिया है।
पुरानी दिल्ली के लाल किले के आसपास के इलाकों को राजधानी के सबसे घनी आबादी वाले और भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में गिना जाता है। फिलहाल विस्फोट की प्रकृति को लेकर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
इससे पहले सोमवार को जम्मू-कश्मीर पुलिस ने जयश-ए-मोहम्मद (JeM) और अंसर ग़ज़वत-उल-हिंद से जुड़े एक अंतरराज्यीय आतंकी मॉड्यूल का पर्दाफाश किया था। पुलिस ने बताया कि फरीदाबाद (हरियाणा) से 2,900 किलो विस्फोटक, दो असॉल्ट राइफल, पिस्तौल, टाइमर और अन्य सामग्री बरामद की गई थी। इस सिलसिले में सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
लाल किला विस्फोट और फरीदाबाद में विस्फोटकों की यह बरामदगी ऐसे समय में हुई है जब बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण का मतदान मंगलवार को होना है।
With inputs from IANS