शेख हसीना पर आज फैसला सुनाएगा बांग्लादेश ICT; ढाका में तनावपूर्ण हालातBy Admin Mon, 17 November 2025 04:45 AM

ढाका- बांग्लादेश की अंतरराष्ट्रीय अपराध ट्राइब्यूनल (ICT) पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना और दो अन्य आरोपियों के खिलाफ मामले में सोमवार को अपना फैसला सुनाने वाली है। यह मामला गत वर्ष जुलाई में हुए प्रदर्शनों से जुड़े कथित मानवता-विरोधी अपराधों से संबंधित है।

अन्य दो आरोपी हैं—पूर्व गृह मंत्री असदुज्ज़मान खान कमाल और पूर्व पुलिस महानिरीक्षक चौधरी अब्दुल्ला अल-मामून। अल-मामून फिलहाल हिरासत में हैं और अपना अपराध स्वीकार कर चुके हैं।

न्यायमूर्ति मोहम्मद गोलाम मोर्तुजा माजुमदर की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय ट्राइब्यूनल-1 सोमवार दोपहर फैसला सुनाएगी।

ढाका में कड़ी सुरक्षा, ‘शूट-एट-साइट’ आदेश
फैसले से पहले ढाका में अभूतपूर्व सुरक्षा व्यवस्था लागू कर दी गई है। ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस (DMP) आयुक्त शेख मोहम्मद साज्जात अली ने रविवार शाम आगजनी, कॉकटेल बम विस्फोट या पुलिस/नागरिकों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करने वालों के खिलाफ ‘देखते ही गोली मारने’ का आदेश जारी किया।

हसीना की पार्टी अवामी लीग द्वारा 16–17 नवंबर को बुलाए गए दो दिवसीय हड़ताल के दौरान राजधानी में आगजनी और कॉकटेल धमाकों की घटनाओं में वृद्धि दर्ज की गई है।

पिछले 48 घंटों में ढाका के मिर्पुर, हतीरझील, आगारगांव, न्यू एस्कাটॉन और एयरपोर्ट रेलवे स्टेशन के पास कम से कम नौ आगजनी की घटनाएं और कई विस्फोट हुए हैं।

हसीना का ICT पर हमला: “यह न्याय नहीं, राजनीतिक साज़िश”
पिछले सप्ताह शेख हसीना ने ICT को खारिज करते हुए इसे राजनीतिक रूप से प्रेरित “हैचेट जॉब” बताया था।

‘साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट’ के This Week in Asia को दिए एक साक्षात्कार में—जिसे उनके बहुप्रतीक्षित फैसले से कुछ दिन पहले प्रकाशित किया गया—हसीना ने कहा कि शुरुआती शांतिपूर्ण प्रदर्शन “भीड़ हिंसा में बदल गए”, जिसके बाद राज्य को हस्तक्षेप करना पड़ा।

ICT पर आरोपों को लेकर उन्होंने कहा, “बांग्लादेश की तथाकथित इंटरनेशनल क्रिमिनल ट्राइब्यूनल न तो अंतरराष्ट्रीय है, न ही वास्तव में एक ट्राइब्यूनल। यह न्यायपालिका का मज़ाक है।”

उन्होंने आरोप लगाया, “ICT मेरे राजनीतिक विरोधियों द्वारा नियंत्रित है, जिनका उद्देश्य पहले से तय एक दोषी फैसला सुनाना है ताकि अवामी लीग को राजनीतिक शक्ति के रूप में खत्म किया जा सके।”

अवामी लीग का आरोप: “यह राजनीतिक बदले की कार्रवाई”
अवामी लीग ने कहा कि कई पर्यवेक्षकों, विधि विशेषज्ञों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने हसीना के खिलाफ चल रहे मामले पर गंभीर सवाल उठाए हैं।

पार्टी के अनुसार, कई लोग इसे “एक मुकदमा कम और राजनीतिक प्रतिशोध का प्रयास अधिक” बता रहे हैं—जो मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार द्वारा एक निर्वाचित नेता को भविष्य से हटाने की कोशिश है।

उन्होंने कहा, “आलोचकों का कहना है कि प्रक्रिया में गंभीर अनियमितताएं दिखती हैं—जल्दबाजी में न्यायिक नियुक्तियां, संदिग्ध सबूत, रटे-रटाए गवाह और बचाव पक्ष पर भारी प्रतिबंध। यह सब मिलकर यह प्रभाव पैदा करता है कि न्यायिक प्रणाली का इस्तेमाल सत्य की खोज के बजाय राजनीतिक दबाव के औजार के रूप में किया जा रहा है।”

 

With inputs from IANS