रक्षा सहयोग गहराने के बीच अमेरिका ने भारत को 93 मिलियन डॉलर के हथियारों की बिक्री को मंजूरी दीBy Admin Thu, 20 November 2025 06:37 AM

वॉशिंगटन — अमेरिका की ट्रम्प प्रशासन ने बुधवार को भारत को लगभग 93 मिलियन डॉलर के हथियारों की बिक्री को मंजूरी दे दी, जो दोनों देशों के बीच तेजी से गहराते रक्षा संबंधों को और मजबूत करता है।

अमेरिकी विदेश विभाग ने जैवेलिन एंटी-टैंक मिसाइल सिस्टम और संबंधित उपकरणों की अनुमानित 45.7 मिलियन डॉलर की बिक्री, तथा एक्सकैलिबर प्रोजेक्टाइल्स की अनुमानित 47.1 मिलियन डॉलर की बिक्री को हरी झंडी दी है।

डिफेंस सिक्योरिटी कोऑपरेशन एजेंसी (जो अमेरिकी “डिपार्टमेंट ऑफ वॉर” के अंतर्गत आती है) द्वारा जारी बयान के अनुसार, भारत ने 100 FGM-148 जैवेलिन मिसाइलें, एक “फ्लाई-टू-बाय” मिसाइल, 25 कमांड लॉन्च यूनिट, और 216 एक्सकैलिबर टैक्टिकल प्रोजेक्टाइल्स की मांग की थी।

एजेंसी ने कहा कि प्रस्तावित बिक्री भारत–अमेरिका रणनीतिक साझेदारी को “मजबूत” करेगी और एक “मुख्य रक्षा साझेदार” की सुरक्षा बढ़ाएगी।

बयान में कहा गया,
“यह प्रस्तावित बिक्री अमेरिका के विदेश नीति और राष्ट्रीय सुरक्षा उद्देश्यों को समर्थन देगी, क्योंकि इससे भारत-अमेरिका रणनीतिक संबंध मजबूत होंगे और एक प्रमुख रक्षा साझेदार की सुरक्षा में सुधार होगा, जो इंडो-पैसिफिक और दक्षिण एशिया क्षेत्र में राजनीतिक स्थिरता, शांति और आर्थिक प्रगति के लिए महत्वपूर्ण है। यह सौदा भारत की वर्तमान और भविष्य की खतरों से निपटने की क्षमता को बढ़ाएगा, उसके घरेलू रक्षा तंत्र को मजबूत करेगा और क्षेत्रीय खतरों को रोकने में मदद करेगा।”

यह निर्णय ऐसे समय आया है जब हाल ही में वाशिंगटन और नई दिल्ली ने 10-वर्षीय रक्षा सहयोग फ्रेमवर्क की घोषणा की थी, जिसके तहत सैन्य तकनीक, सह-उत्पादन और सूचना-साझाकरण में सहयोग बढ़ाने पर सहमति बनी।

31 अक्टूबर को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कुआलालंपुर में अमेरिकी सेक्रेटरी ऑफ वॉर पीट हेगसेथ से मुलाकात की, जहां दोनों नेताओं ने ‘US-India Major Defence Partnership’ का 10-वर्षीय फ्रेमवर्क पर हस्ताक्षर किए। इसे भारत-अमेरिका रक्षा सहयोग के नए चरण की शुरुआत माना जा रहा है।

राजनाथ सिंह ने एक्स (X) पर लिखा:
“कुआलालंपुर में अमेरिकी समकक्ष पीट हेगसेथ के साथ उपयोगी बैठक हुई। हमने 10-वर्षीय ‘US-India Major Defence Partnership Framework’ पर हस्ताक्षर किए। यह हमारी मजबूत रक्षा साझेदारी को नए युग में ले जाएगा।”

पोस्ट में आगे कहा गया, “यह रक्षा फ्रेमवर्क भारत-अमेरिका रक्षा संबंधों के पूरे दायरे को नीति दिशा प्रदान करेगा। यह हमारी बढ़ती रणनीतिक एकता का संकेत है और साझेदारी के नए दशक की शुरुआत करेगा।”

हेगसेथ ने भी एक्स पर लिखा कि भारत-अमेरिका रक्षा संबंध “इतने मजबूत पहले कभी नहीं रहे”।

उन्होंने कहा,
“मैंने @rajnathsingh से मुलाकात कर 10-वर्षीय US-India Defense Framework पर हस्ताक्षर किए। यह हमारी साझेदारी को आगे बढ़ाता है, जो क्षेत्रीय स्थिरता और प्रतिरोधक क्षमता का आधार है। हम समन्वय, सूचना-साझाकरण और तकनीकी सहयोग को और बढ़ा रहे हैं।”

 

With inputs from IANS