
वॉशिंगटन- अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने बताया कि रूस-यूक्रेन शांति प्रस्ताव में मॉस्को का योगदान भी शामिल है। उन्होंने कहा कि मसौदा तैयार करते समय यूक्रेन के पहले दिए गए सुझावों को भी ध्यान में रखा गया है।
जिनेवा रवाना होने से पहले रुबियो ने स्पष्ट किया कि यह दस्तावेज पूरी तरह संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा तैयार किया गया है।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता टॉमी पिगॉट ने भी पहले कहा था कि यह शांति रूपरेखा वॉशिंगटन ने तैयार की है, जिसमें रूस और यूक्रेन—दोनों के विचार शामिल किए गए हैं।
पिगॉट ने एक्स पर लिखा,
“जैसा कि सचिव रुबियो और पूरी प्रशासन लगातार कहते आए हैं, यह योजना संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा लिखी गई है, जिसमें रूसियों और यूक्रेनियनों दोनों की इनपुट शामिल है।”
ट्रंप ने कहा—यह कीव के लिए ‘अंतिम प्रस्ताव’ नहीं
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जोर देकर कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध समाप्त करने के लिए अमेरिका समर्थित यह शांति योजना कीव के लिए उनका “अंतिम प्रस्ताव” नहीं है।
उनके यह बयान ऐसे समय में आए हैं जब यूक्रेन के पश्चिमी सहयोगियों के एक समूह ने मसौदे में बड़े बदलाव की जरूरत बताई है।
व्हाइट हाउस के बाहर पत्रकारों से बात करते हुए ट्रंप ने कहा कि यदि राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की इस प्रस्ताव को अस्वीकार करते हैं, तो वे “अपनी पूरी ताकत से लड़ सकते हैं।”
उन्होंने यूक्रेन से 27 नवंबर तक प्रस्ताव स्वीकार करने का आग्रह किया है। और जब पूछा गया कि क्या यह उनका अंतिम प्रस्ताव है, तो उन्होंने कहा,
“नहीं। हम शांति चाहते हैं। किसी न किसी तरह, यह युद्ध खत्म कर दिया जाएगा।”
ट्रंप ने यह भी दोहराया कि यदि वे 2022 की शुरुआत में राष्ट्रपति होते, तो यह युद्ध शुरू ही नहीं होता।
कीव पर दबाव, स्थिति नाज़ुक
ज़ेलेंस्की ने चेतावनी दी है कि यूक्रेन “अपने इतिहास के सबसे कठिन दौर” में से एक से गुजर रहा है, जबकि अमेरिका कीव पर उस योजना पर विचार करने के लिए दबाव डाल रहा है जिसे यूक्रेन में कई लोग रूस के पक्ष में झुकाव वाली मानते हैं।
वॉशिंगटन ने कीव को 27 नवंबर तक प्रतिक्रिया देने की समयसीमा दी है, जबकि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मसौदे को संभावित “आधार” बताया है जिस पर किसी भविष्य समझौते का निर्माण हो सकता है।
यूक्रेन का रुख: गरिमा बनाम सहयोगी खोने का खतरा
शुक्रवार को किए गए गंभीर संबोधन में ज़ेलेंस्की ने कहा कि देश “बहुत कठिन चयन” का सामना कर सकता है—या तो गरिमा खोना, या एक प्रमुख सहयोगी खोने का जोखिम उठाना।
उन्होंने भरोसा दिलाया कि
“यूक्रेन की गरिमा और स्वतंत्रता” को कायम रखा जाएगा, और कीव अमेरिका के साथ रचनात्मक रूप से काम करता रहेगा।
शनिवार को ज़ेलेंस्की ने अपने चीफ ऑफ स्टाफ आंद्रिय यीर्माक को वार्ता टीम का प्रमुख नियुक्त किया। उन्होंने कहा कि यूक्रेनी अधिकारी “राष्ट्रीय हितों की रक्षा करना जानते हैं” और भविष्य में किसी भी रूसी आक्रमण को रोकने पर ध्यान केंद्रित करेंगे।
With inputs from IANS