
बर्लिन। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, जर्मन चांसलर फ्रेडरिक मर्ज़ और कई अन्य यूरोपीय नेताओं ने सोमवार को स्पष्ट रूप से कहा कि यूक्रेन और यूरोप को शामिल किए बिना तैयार किया गया कोई भी रूस-यूक्रेन शांति समझौता स्वीकार्य नहीं होगा।
फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रों ने कहा कि रूस-यूक्रेन संघर्ष से संबंधित कोई भी "शांति योजना" केवल तभी अंतिम रूप ले सकती है जब उसमें यूक्रेन और यूरोपीय पक्ष शामिल हों, जैसा कि शिन्हुआ समाचार एजेंसी ने रिपोर्ट किया।
मैक्रों ने यह टिप्पणी यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की के साथ हुई बैठक के बाद एलिसी पैलेस में संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में की।
जमे हुए रूसी संपत्तियों, सुरक्षा गारंटी और यूरोपीय संघ में यूक्रेन की संभावित सदस्यता जैसे मुद्दों पर उन्होंने कहा कि समझौते “तभी अंतिम होंगे जब यूरोपीय भी वार्ता की मेज पर हों।”
उन्होंने यह भी जोड़ा कि “आज की तारीख में कोई अंतिम शांति योजना मौजूद नहीं है।”
ज़ेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन इस संघर्ष का “सम्मानजनक समाधान” चाहता है और “मजबूत” सुरक्षा गारंटी की मांग की। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि भविष्य की वार्ताओं में “सीमावर्ती मुद्दे सबसे कठिन” होंगे।
एलिसी पैलेस के अनुसार, मैक्रों और ज़ेलेंस्की ने सोमवार को यूरोपीय नेताओं, अमेरिकी प्रतिनिधियों और यूक्रेनी वार्ताकारों के साथ भी बातचीत की।
जर्मन चांसलर फ्रेडरिक मर्ज़ ने भी कहा कि जर्मनी किसी “थोपे गए शांति समझौते” का समर्थन नहीं करेगा।
उन्होंने कहा, “यूक्रेन और यूरोप से जुड़े किसी भी फैसले में न तो यूक्रेन को बाहर रखा जा सकता है, न यूरोप को।”
पोलैंड के प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क के साथ बर्लिन में हुई बैठक के बाद मर्ज़ ने यह बयान दिया। टस्क ने भी यूक्रेन के समर्थन की पुष्टि की और कहा कि पोलैंड और जर्मनी मिलकर यूरोप की सुरक्षा को मजबूत करने पर काम कर रहे हैं।
लातविया के राष्ट्रपति एडगरस रिंकाविक्स ने भी कहा कि किसी संभावित शांति समझौते में यूरोप को वार्ता का हिस्सा होना ही चाहिए।
उन्होंने लातवियन रेडियो को बताया कि लातविया, नॉर्डिक-बाल्टिक क्षेत्र, यूरोपीय संघ और अधिकांश नाटो देशों के नीति-निर्माताओं के बीच इस बात पर सहमति है कि तीन सिद्धांतों का पालन आवश्यक है—यूक्रेन की क्षेत्रीय अखंडता, उसकी संप्रभुता और उसकी सुरक्षा संबंधी हितों का सम्मान।
इस बीच, क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने बताया कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन मंगलवार को मॉस्को में अमेरिकी राष्ट्रपति के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ़ से यूक्रेन संघर्ष को समाप्त करने पर चर्चा करेंगे।
अमेरिका द्वारा प्रस्तावित 28-बिंदु “शांति योजना” दो सप्ताह पहले प्रस्तुत की गई थी। इसके बाद 23 नवंबर को जेनेवा में अमेरिका, यूक्रेन और कई यूरोपीय देशों के प्रतिनिधियों ने इस योजना पर चर्चा की।
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो और दूत विटकॉफ़ ने रविवार को फ्लोरिडा के हैलेन्डेल बीच में एक यूक्रेनी प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की।
With inputs from IANS