ढाका में व्यापारी की पीट-पीटकर हत्या के बाद बांग्लादेश में भड़के विरोध प्रदर्शनBy Admin Sat, 12 July 2025 05:18 AM

ढाका — बांग्लादेश की राजधानी ढाका में एक कबाड़ व्यापारी लाल चंद उर्फ सोहाग की दिनदहाड़े हत्या के बाद देशभर में खासकर कॉलेज परिसरों और सड़कों पर व्यापक विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। यह घटना 9 जुलाई को मेटफोर्ड स्थित सर सलीमुल्ला मेडिकल कॉलेज अस्पताल के पास हुई थी।

स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, 39 वर्षीय व्यापारी को बुधवार शाम करीब 6 बजे अस्पताल के तीसरे गेट के पास कुछ हमलावरों ने पीट-पीटकर और कंक्रीट के टुकड़ों से कुचलकर मार डाला। आरोप है कि सोहाग ने जबरन वसूली से इनकार किया था, इसी के चलते उनकी बेरहमी से हत्या की गई।

हत्या की यह घटना कैमरे में कैद हो गई और सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गई, जिससे जनता में भारी आक्रोश फैल गया।

शुक्रवार को ढाका विश्वविद्यालय (DU), बांग्लादेश यूनिवर्सिटी ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (BUET), जगन्नाथ विश्वविद्यालय, जाहांगिरनगर विश्वविद्यालय और राजशाही विश्वविद्यालय समेत कई संस्थानों में छात्र संगठनों ने सड़कों पर उतरकर बड़े पैमाने पर प्रदर्शन किया।

बांग्लादेशी अखबार ‘द डेली स्टार’ की रिपोर्ट के अनुसार, आरोप है कि इस हत्या में बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) की युवा इकाई जुबो दल के सदस्य शामिल थे और उन्होंने वसूली के विवाद को लेकर हमला किया।

बांग्लादेश स्टूडेंट राइट्स काउंसिल के अध्यक्ष बिन यामिन मोल्ला ने द ढाका ट्रिब्यून से कहा, "आज छात्र जिस तरह सोहाग की हत्या के खिलाफ सड़कों पर हैं, वैसा ही विरोध उन्होंने अवामी लीग सरकार के समय भी किया था। BNP अपने कार्यकर्ताओं पर नियंत्रण रखने में विफल रही है। पिछले 16 वर्षों तक वे उत्पीड़ित थे, लेकिन अब वही उत्पीड़न करने लगे हैं।"

DU के छात्र एबी ज़ुबायर ने कहा, “BNP कार्यकर्ताओं ने देश को गुंडों और वसूली करने वालों का अड्डा बना दिया है। हत्या, बलात्कार और जबरन वसूली जैसे अपराध BNP नेताओं और कार्यकर्ताओं द्वारा देशभर में किए जा रहे हैं।”

प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने आरोप लगाया कि जुबो दल के सदस्यों ने सोहाग को पत्थरों से मार-मारकर मौत के घाट उतारा और फिर उसके शव पर नाचते रहे। उनका कहना है कि यह घटना कानून व्यवस्था के पूरी तरह ध्वस्त होने का संकेत है।

प्रदर्शनकारियों ने यह भी दावा किया कि पिछले दस महीनों में BNP के शासन के दौरान लगभग 100 हत्याएं हो चुकी हैं। उन्होंने सभी मामलों की निष्पक्ष जांच और दोषियों को सजा देने की मांग की।

विडंबना यह रही कि BNP से जुड़ा एक अन्य छात्र संगठन बांग्लादेश जातीयतावादी छात्र दल (Chhatra Dal) भी शुक्रवार को ढाका विश्वविद्यालय में विरोध मार्च में शामिल हुआ और हत्यारों को सजा देने की मांग की।

छात्रा फेडरेशन के अध्यक्ष सैकत आरिफ ने द डेली स्टार से कहा, "हसीना सरकार के पतन के बाद BNP के नेता आपस में व्यापारिक वर्चस्व को लेकर लड़ रहे हैं, जिससे हत्याएं हो रही हैं। BNP को लगता है कि निष्कासन काफी है, लेकिन हम मांग करते हैं कि दोषियों पर मुकदमा चले।”

पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग ने भी इस घटना की कड़ी निंदा की है। पार्टी ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में लिखा, “इस निर्मम हत्या का वीडियो यूनुस शासन में भीड़तंत्र का चेहरा उजागर करता है।”

पार्टी ने यह भी कहा कि घटना के वक्त स्थानीय लोग और व्यापारी मूकदर्शक बने रहे, कुछ मौके से भाग निकले, लेकिन जब दर्जनों हमलावर सोहाग पर पत्थरों और ईंटों से वार कर रहे थे, तब कोई भी उसे बचाने आगे नहीं आया। यहां तक कि अस्पताल गेट पर तैनात अंसार बल के जवान भी निष्क्रिय दिखे।

पूरा देश इस दिल दहला देने वाली घटना से स्तब्ध है, और मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार और कानून प्रवर्तन एजेंसियों पर दोषियों को न्याय के कटघरे में लाने का जबरदस्त दबाव बन रहा है।

 

With inputs from IANS