बांग्लादेश में चुनावी तारीख की घोषणा पर राजनीतिक दलों में मतभेदBy Admin Wed, 06 August 2025 07:52 AM

ढाका — बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस द्वारा फरवरी 2026 में आम चुनाव कराने की घोषणा पर देश की प्रमुख राजनीतिक पार्टियों के बीच मतभेद उभरकर सामने आए हैं। स्थानीय मीडिया ने बुधवार को यह जानकारी दी।

जहां बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) ने रमज़ान से पहले चुनाव कराने के फैसले का स्वागत किया है, वहीं नेशनल सिटिजन पार्टी (NCP) ने स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराए जाने पर संदेह जताया है।

BNP नेता सलाउद्दीन अहमद ने बांग्लादेश के प्रमुख अखबार जुगांतर से कहा,

“बहुत से लोग चुनाव की तारीख को लेकर असमंजस में थे। लेकिन मुख्य सलाहकार की इस घोषणा के बाद अब कोई संदेह नहीं रह गया है। हम आशा करते हैं कि अगला चुनाव निष्पक्ष, स्वतंत्र और विश्व स्तर पर सराहनीय होगा। BNP पूरे देश और जनता से इसकी तैयारी करने की अपील करता है।”

दूसरी ओर, NCP ने चुनाव की तारीख की घोषणा पर असंतोष जताते हुए कहा कि यह फैसला "जुलाई चार्टर" के लागू होने से पहले नहीं लिया जाना चाहिए था।

NCP ने बयान में कहा,

“बिना किसी स्पष्ट सुधार और जुलाई चार्टर को लागू किए बिना राष्ट्रीय चुनाव की एकतरफा घोषणा, जुलाई माह की उम्मीदों के खिलाफ है।”

NCP की वरिष्ठ संयुक्त संयोजक समंथा शरमिन ने कहा कि वर्तमान हालात को देखते हुए स्वतंत्र और सर्वस्वीकार्य चुनाव की कल्पना करना कठिन है।

उन्होंने कहा,

“NCP के गठन के बाद से ही एक पक्ष लगातार चुनाव की तारीखों की चर्चा करता आ रहा है, लेकिन मूल मुद्दों को नज़रअंदाज़ करता है। केवल तारीख की घोषणा करने से चुनाव निष्पक्ष नहीं हो जाते। अभी राष्ट्रीय चुनाव से पहले जुलाई चार्टर का पूर्ण क्रियान्वयन आवश्यक है।”

यूनुस ने मंगलवार को कहा था कि वह चुनाव आयोग को फरवरी 2026 में आम चुनाव आयोजित करने के लिए पत्र लिखेंगे, ताकि चुनाव रमज़ान से पहले हो सके।

नेशनल कंसेंसस कमीशन ऑफ बांग्लादेश के दूसरे दौर की बातचीत में उभरे मतभेदों का ज़िक्र करते हुए यूनुस ने कहा कि सुधार प्रस्तावों पर सहमति बनाने का प्रयास किया गया है।

“हमें उम्मीद है कि इस सहमति के आधार पर राजनीतिक दल जल्द ही जुलाई चार्टर पर हस्ताक्षर करेंगे और इसके क्रियान्वयन पर भी एकमत होंगे,” यूनुस ने जोड़ा।

गौरतलब है कि पिछले वर्ष पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के नेतृत्व वाली आवामी लीग की लोकतांत्रिक सरकार को हिंसक प्रदर्शनों के दौरान सत्ता से हटाया गया था, जिसके बाद से आम चुनाव को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है।

अब हसीना को हटाने में यूनुस के साथ खड़ी पार्टियां ही सुधारों और चुनाव की टाइमिंग को लेकर आपस में टकरा रही हैं।

 

With inputs from IANS