
कीव- यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस प्रस्ताव को सख्ती से खारिज कर दिया है, जिसमें युद्ध समाप्त करने के लिए रूस के साथ “क्षेत्रीय अदला-बदली” की बात कही गई थी।
ज़ेलेंस्की ने शनिवार को कहा, “यूक्रेन अपने कब्जे वाले क्षेत्र को आक्रांता को नहीं देगा।” उन्होंने स्पष्ट किया कि कीव का इरादा रूस को उसकी आक्रामकता के लिए किसी भी तरह का इनाम देने का नहीं है। “हम रूस को उसके किए के लिए कोई पुरस्कार नहीं देंगे,” उन्होंने दोहराया।
उन्होंने वास्तविक और स्थायी शांति की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि उद्देश्य “हत्या में विराम” नहीं, बल्कि “तुरंत वास्तविक और दीर्घकालिक शांति” है।
उनके ये बयान उस समय आए जब शीर्ष यूक्रेनी और यूरोपीय अधिकारी अमेरिका के उपराष्ट्रपति जे.डी. वांस से इंग्लैंड के केंट में मिले, जहां युद्ध के चौथे वर्ष में प्रवेश कर चुके इस संघर्ष को समाप्त करने के लिए कूटनीतिक विकल्पों पर चर्चा हुई।
बैठक में ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, इटली, फ़िनलैंड और पोलैंड जैसे प्रमुख यूरोपीय देशों के प्रतिनिधि शामिल थे।
ज़ेलेंस्की ने इन वार्ताओं को “रचनात्मक” बताते हुए पश्चिमी देशों के निरंतर समर्थन को लेकर आशा व्यक्त की।
बाद में ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए यूक्रेनी राष्ट्रपति ने कहा कि फरवरी से ट्रंप प्रशासन द्वारा सुझाए गए सभी युद्धविराम प्रस्तावों का यूक्रेन ने समर्थन किया है। उन्होंने यह भी जोड़ा, “मैंने किसी भी साझेदार को अमेरिका की युद्ध समाप्त करने की क्षमता पर संदेह व्यक्त करते नहीं सुना है।”
ज़ेलेंस्की ने 15 अगस्त को अलास्का में होने वाली राष्ट्रपति ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की प्रस्तावित बैठक की भी कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा, “यूक्रेन की भागीदारी के बिना लिए गए किसी भी निर्णय की कोई वैधता नहीं है। वे कभी काम नहीं करेंगे।”
ट्रंप ने अपने ‘ट्रुथ सोशल’ प्लेटफॉर्म पर एक संक्षिप्त पोस्ट में इस बैठक की पुष्टि की, जिसमें उन्होंने कहा कि यह अगले शुक्रवार अलास्का में होगी।
रूसी समाचार एजेंसी ‘तास’ ने भी क्रेमलिन के सलाहकार यूरी उशाकोव का हवाला देते हुए इस बैठक की पुष्टि की।
शनिवार को इससे पहले, ट्रंप ने व्हाइट हाउस में पत्रकारों से कहा कि सुरक्षा इंतजामों के कारण बैठक को टालना पड़ा। उन्होंने यह भी कहा कि “दोनों देशों के हित में कुछ क्षेत्रों की अदला-बदली” पर चर्चा होगी, हालांकि उन्होंने इस प्रस्ताव के विवरण नहीं दिए।
With inputs from IANS