
न्यूयॉर्क- भारत और अमेरिका के बीच व्यापार वार्ता मंगलवार को यहाँ फिर शुरू हुई। इस दौरान अमेरिका के असिस्टेंट ट्रेड रिप्रेजेंटेटिव ब्रेंडन लिंच वाणिज्य मंत्रालय पहुँचे। हाल के दिनों में दोनों देशों के रिश्तों में आई नरमी के बीच इस वार्ता को अहम माना जा रहा है।
भारत की ओर से वार्ता का नेतृत्व वाणिज्य मंत्रालय के विशेष सचिव राजेश अग्रवाल कर रहे हैं।
वाणिज्य मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, व्यापार को लेकर कई स्तरों पर चर्चा चल रही है और अमेरिका के मुख्य वार्ताकार लिंच के साथ बातचीत के बाद आगे की रणनीति तय की जाएगी। दोनों पक्ष सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ लंबित मुद्दों पर चर्चा करने जा रहे हैं। इनमें से कुछ मसले कूटनीतिक दायरे में आते हैं, जहाँ विदेश मंत्रालय भी सक्रिय है।
लिंच की यह यात्रा ऐसे समय हो रही है जब व्यापार समझौते की संभावनाएँ अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सकारात्मक संदेशों से मज़बूत हुई हैं।
ट्रंप ने 9 सितम्बर को ट्रुथ सोशल पर लिखा था कि वार्ता जारी है और “मुझे पूरा विश्वास है कि हमारे दोनों महान देशों के लिए एक सफल नतीजे तक पहुँचने में कोई कठिनाई नहीं होगी।” उन्होंने पीएम मोदी को “बेहद अच्छे मित्र” बताते हुए कहा था कि वह उनसे बातचीत करेंगे।
पीएम मोदी ने ट्रंप के संदेश का जवाब देते हुए कहा, “मुझे विश्वास है कि हमारी व्यापार वार्ता भारत-अमेरिका साझेदारी की असीम संभावनाओं को खोलने का मार्ग प्रशस्त करेगी।” उन्होंने यह भी कहा कि वह ट्रंप से बातचीत को लेकर उत्सुक हैं।
इस बीच, भारत में अमेरिका के राजदूत नामित सर्जियो गोर ने सीनेट पैनल को बताया कि भारत के वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल जल्द ही वॉशिंगटन जाएंगे और वहाँ अमेरिकी ट्रेड रिप्रेजेंटेटिव जैमीसन ग्रीर से मुलाकात करेंगे।
इधर, भारत का व्यापार घाटा अगस्त में घटकर 26.49 अरब डॉलर पर आ गया, जो जुलाई में 27.35 अरब डॉलर था। वैश्विक और व्यापार नीतिगत अनिश्चितताओं के बावजूद भारतीय निर्यातकों का प्रदर्शन अच्छा रहा है, जो सरकार की नीतियों की सफलता को दर्शाता है।
With inputs from IANS