एनएचएआई को FY26 में सड़क परिसंपत्तियों से 35,000–40,000 करोड़ रुपये मिलने की संभावनाBy Admin Wed, 17 September 2025 07:10 AM

नई दिल्ली- नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) को वित्त वर्ष 2026 (FY26) में 35,000 से 40,000 करोड़ रुपये तक की राशि मिलने की उम्मीद है, बशर्ते कि पहचानी गई सड़क परिसंपत्तियों का समय पर मौद्रीकरण (Monetisation) किया जाए। यह जानकारी बुधवार को जारी एक रिपोर्ट में सामने आई।

पिछले तीन वर्षों में 10 टोल-ऑपरेट-ट्रांसफर (TOT) बंडलों पर आधारित 0.62 गुना के औसत मूल्यांकन गुणक (Median Valuation Multiple) पर यह अनुमान लगाया गया है।

यह FY2025 में हुए 24,399 करोड़ रुपये के मौद्रीकरण से बेहतर होगा और FY2026 के लिए बजट में रखे गए 30,000 करोड़ रुपये के लक्ष्य को भी पार कर जाएगा। यह आकलन रेटिंग एजेंसी आईसीआरए (ICRA) ने किया है।

आईसीआरए के कॉर्पोरेट रेटिंग्स सेक्टर हेड, विनय कुमार जी ने बताया, “FY2019 से एनएचएआई ने मुख्य रूप से दो संपत्ति मौद्रीकरण तंत्र अपनाए हैं — TOT और इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट (InvIT)। इन माध्यमों से FY2025 तक कुल 92,633 करोड़ रुपये जुटाए गए हैं।”

FY2019–FY2025 के दौरान एनएचएआई के कुल मौद्रीकरण का 53% हिस्सा TOT से आया, जबकि FY2022 में शुरू किया गया InvIT हाल के वर्षों में अधिक प्रभावी साबित हुआ है।

FY2023 से एनएचएआई हर साल मौद्रीकरण के लिए परिसंपत्तियों की सूची प्रकाशित कर रहा है। FY2023 से FY2025 के बीच लगभग 7,000 किमी की घोषणा की गई, जिनमें से करीब 2,000 किमी का मौद्रीकरण पूरा हो चुका है और 1,170 किमी को पाँच TOT बंडलों के माध्यम से बिक्री के लिए पेश किया गया है। लगभग 3,750 किमी अब भी मौद्रीकरण के इंतजार में है।

एनएचएआई ने मौद्रीकरण के लिए मजबूत परियोजनाओं की पाइपलाइन तैयार की है, जिसमें पाँच TOT बंडलों का समापन और पहले से शुरू की गई बोलियों का निष्पादन शामिल है। साथ ही, कुछ परियोजना हिस्सों को एनएचएआई के InvIT में स्थानांतरित करने की भी योजना है।

आईसीआरए के विश्लेषण के अनुसार, पिछले तीन वर्षों में 10 TOT बंडलों का मूल्यांकन गुणक 0.46 से 0.93 गुना के बीच रहा है, जबकि औसत 0.62 गुना रहा। औसत रियायत अवधि (Concession Period) 20 वर्ष रही है और परिसंपत्तियों पर टोल संग्रह का ट्रैक रिकॉर्ड 4 से 15 वर्ष (मध्यमान 10 वर्ष) के बीच रहा है।

इन्हीं आधारों पर FY2026 में मौजूदा परिसंपत्तियों, TOT बंडलों और नई पहचानी गई संपत्तियों का मौद्रीकरण 35,000–40,000 करोड़ रुपये तक पहुँच सकता है। इसके साथ ही, एनएचएआई की कुल मौद्रीकरण राशि लगभग 1.3 लाख करोड़ रुपये तक हो सकती है।

कुमार ने बताया, “नेशनल मौद्रीकरण पाइपलाइन (NMP) ने FY2025 के लिए 53,366 करोड़ रुपये के लक्ष्य और 8,894 किमी लंबाई के मौद्रीकरण का अनुमान लगाया था, जबकि बजट में इसे घटाकर 30,000 करोड़ रुपये कर दिया गया था।”

 

With inputs from IANS