
मुंबई – वैश्विक क्रेडिट रेटिंग एजेंसी मूडीज़ रेटिंग्स ने राइड-हेलिंग कंपनी ओला (ANI Technologies Pvt. Ltd.) की रेटिंग ‘B3’ से घटाकर ‘Caa1’ कर दी है और आउटलुक को नकारात्मक (Negative) करार दिया है।
रेटिंग में यह गिरावट ओला के कमजोर वित्तीय प्रदर्शन, घटती नकदी स्थिति (liquidity) और ऋण अनुबंधों (loan covenants) के उल्लंघन के बढ़ते जोखिम के कारण की गई है। एजेंसी ने कहा कि कंपनी के परिचालन नकदी प्रवाह (operating cash flows) में कमी आई है और धीमी राजस्व वृद्धि व लगातार हो रहे घाटों के चलते पुनर्वित्तपोषण (refinancing) का जोखिम बढ़ गया है।
मूडीज़ ने अपनी रिपोर्ट में कहा,
“मूडीज़ रेटिंग्स ने एएनआई टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड (ओला) की कॉरपोरेट फैमिली रेटिंग (CFR) और ओला नीदरलैंड्स बी.वी. द्वारा लिए गए गारंटीड सीनियर सिक्योर्ड टर्म लोन की रेटिंग को ‘B3’ से घटाकर ‘Caa1’ कर दिया है। यह ऋण ओला द्वारा गारंटीड है।”
एजेंसी ने बताया कि 30 सितम्बर 2025 को समाप्त छह महीनों के दौरान कंपनी की परिचालन चुनौतियों के चलते अपेक्षा से अधिक नकद खर्च हुआ, जिससे नकद भंडार मार्च 2025 में 9 करोड़ डॉलर से घट गया और टर्म-लोन अनुबंध के तहत उपलब्ध लचीलापन सीमित हो गया।
“किसी अनुबंध का उल्लंघन डिफॉल्ट की स्थिति मानी जाएगी, जिससे ओला को दिसंबर 2026 में परिपक्व होने वाले 6.5 करोड़ डॉलर के ऋण की अग्रिम अदायगी करनी पड़ सकती है। अनुबंध के अनुसार ओला को अपने बकाया ऋण का 40 प्रतिशत यानी कम से कम 2.6 करोड़ डॉलर नकद रखना अनिवार्य है,” रिपोर्ट में कहा गया।
मूडीज़ ने यह भी अनुमान लगाया है कि भारत के राइड-हेलिंग क्षेत्र में तीव्र प्रतिस्पर्धा के चलते ओला को अगले 12 महीनों तक नकदी जलाने (cash burn) की स्थिति का सामना करना पड़ेगा। ऐसे में कंपनी को अपने आगामी ऋण भुगतान के लिए बाहरी वित्तपोषण स्रोतों पर निर्भर रहना होगा।
एजेंसी ने ओला की तरलता स्थिति को कमजोर (weak) बताया है, यह संकेत देते हुए कि उपलब्ध नकद राशि दिसंबर 2026 तक आने वाले ऋणों और पूंजीगत खर्च की जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त नहीं हो सकती।
मूडीज़ के अनुसार, ओला भविष्य में प्रारंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) लाने या अपनी ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी लिमिटेड में 3.64 प्रतिशत हिस्सेदारी (लगभग 9 करोड़ डॉलर मूल्य) बेचने जैसे विकल्पों पर विचार कर रही है, लेकिन एजेंसी ने चेतावनी दी कि ये योजनाएँ बाजार परिस्थितियों और निष्पादन जोखिमों पर निर्भर हैं।
इस बीच, भाविश अग्रवाल के नेतृत्व वाली ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी लिमिटेड ने जुलाई–सितम्बर तिमाही (Q2 FY26) के लिए 418 करोड़ रुपये का समेकित शुद्ध घाटा दर्ज किया है।
कंपनी की परिचालन आय साल-दर-साल 43 प्रतिशत घटकर 1,214 करोड़ रुपये से घटकर 690 करोड़ रुपये रह गई, जो बिक्री में उल्लेखनीय गिरावट को दर्शाती है।
With inputs from IANS