
नई दिल्ली — दिल्ली एयरपोर्ट से IndiGo की सभी घरेलू उड़ानों के आधी रात तक रद्द होने के बाद शुक्रवार को देशभर में कई प्रमुख रूट्स पर हवाई किराये अचानक आसमान छूने लगे।
इस अप्रत्याशित रद्दीकरण ने सीटों की भारी कमी पैदा कर दी, जिसके चलते लास्ट-मिनट टिकटों के दाम कई गुना बढ़ गए।
दिल्ली एयरपोर्ट ने अपने आधिकारिक X हैंडल पर घोषणा की कि 5 दिसंबर को रात 11:59 बजे तक IndiGo की कोई भी घरेलू उड़ान रवाना नहीं होगी।
एयरपोर्ट ने यह भी स्पष्ट किया कि अन्य एयरलाइंस का संचालन सामान्य रूप से जारी है और यात्रियों को यात्रा से पहले अपनी फ्लाइट स्थिति जांचने की सलाह दी।
घोषणा होते ही बाजार में हड़कंप मच गया।
कुछ रूट्स के ताज़ा किराये इस प्रकार रहे:
दिल्ली–बेंगलुरु (शुक्रवार रात)
एयर इंडिया (वन-स्टॉप): ₹1.02 लाख
अकासा एयर: ₹39,000
दिल्ली–मुंबई (एयर इंडिया): ₹60,000
चेन्नई–दिल्ली
एयर इंडिया एक्सप्रेस: ₹41,000
स्पाइसजेट: ₹69,000
हैदराबाद–दिल्ली (एयर इंडिया): ₹87,000
हैदराबाद–मुंबई: ₹76,500
हैदराबाद–बेंगलुरु
एयर इंडिया: ₹41,400
एयर इंडिया एक्सप्रेस: ₹36,100
किरायों में यह तेज़ उछाल सिर्फ दिल्ली के रूट्स तक सीमित नहीं रहा — कई मेट्रो शहरों में भी टिकटें अप्रत्याशित कीमतों पर पहुंच गईं।
संकट गहराता गया और स्थिति पूरे देश में बिगड़ने लगी:
दिल्ली में 220+ उड़ानें रद्द
बेंगलुरु में 100+ रद्द
हैदराबाद में लगभग 90 रद्द
एयरपोर्ट्स पर लंबी कतारें, भारी देरी और हजारों फंसे यात्री—स्थिति लगातार तनावपूर्ण बनी रही।
IndiGo पिछले कई दिनों से बड़े पैमाने पर फ्लाइट रद्द कर रही है।
एयरलाइन ने बताया कि पायलटों के लिए नए Flight Duty Time Limitation (FDTL) नियम लागू होने के कारण स्टाफ की भारी कमी और शेड्यूलिंग समस्याएं पैदा हुई हैं।
ये नए नियम पायलटों की थकान कम करने और सुरक्षा बढ़ाने के लिए बनाए गए हैं, लेकिन IndiGo ने स्वीकार किया कि उसने आवश्यक क्रू संख्या का गलत अनुमान लगा लिया।
नवंबर में IndiGo ने 1,200 से अधिक उड़ानें रद्द की थीं।
गुरुवार को ही 500+ उड़ानें देशभर में रद्द हुईं, जो हाल के वर्षों में एयरलाइन की सबसे बड़ी परिचालन विफलताओं में से एक मानी जा रही है।
With inputs from IANS