NSDL का IPO प्राइस बैंड अनलिस्टेड वैल्यूएशन से 22% कम, सब्सक्रिप्शन 30 जुलाई सेBy Admin Fri, 25 July 2025 05:58 AM

मुंबई — नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (NSDL) के निवेशक उस समय चौंक गए जब कंपनी ने अपने आईपीओ का प्राइस बैंड अपने मौजूदा अनलिस्टेड बाजार मूल्य से 22% कम पर घोषित किया।

NSDL ने अपने IPO का प्राइस बैंड ₹760 से ₹800 प्रति शेयर तय किया है, जबकि इसके शेयर अनलिस्टेड मार्केट में ₹1,025 प्रति शेयर पर ट्रेड कर रहे थे। ये कीमतें हाल की 12 जून 2025 को ₹1,275 के उच्चतम स्तर से पहले ही लगभग 20% तक गिर चुकी हैं।

NSDL का IPO 30 जुलाई 2025 से 1 अगस्त तक सब्सक्रिप्शन के लिए खुला रहेगा, जबकि ऐंकर निवेशकों के लिए यह 29 जुलाई से उपलब्ध होगा। यह इश्यू पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल (OFS) है और इसके माध्यम से कंपनी लगभग ₹4,011 करोड़ जुटाना चाहती है।

अगर NSDL को प्राइस बैंड के ऊपरी स्तर यानी ₹800 पर निवेशक मिलते हैं, तो कंपनी का मार्केट कैपिटलाइजेशन लगभग ₹16,000 करोड़ तक होगा।

हाल ही में भारत के IPO बाजार में कई कंपनियों ने इसी तरह अपने अनलिस्टेड वैल्यूएशन की तुलना में प्राइस बैंड में बड़ी कटौती की है — जिनमें HDB फाइनेंशियल सर्विसेज, टाटा टेक्नोलॉजीज, AGS ट्रांजैक्ट, UTI एसेट मैनेजमेंट कंपनी और PB फिनटेक जैसी कंपनियां शामिल हैं।

विश्लेषक निवेशकों को आगाह कर रहे हैं कि केवल IPO की उम्मीद में अनलिस्टेड शेयरों में निवेश न करें, जब तक कि उनका नजरिया लंबी अवधि और उच्च जोखिम लेने वाला न हो। असली वैल्यू क्रिएशन अनलिस्टेड बाजार में तब होता है जब निवेशक IPO से 2-3 साल पहले डिस्काउंटेड वैल्यूएशन पर प्रवेश करते हैं।

उदाहरण के तौर पर, NSDL में शुरुआती निवेशकों को भारी मुनाफा हो सकता है, जबकि बाद में आए निवेशकों को नुकसान उठाना पड़ सकता है। IDBI बैंक, जिसने NSDL में 26% हिस्सेदारी ₹2 प्रति शेयर की औसत लागत पर खरीदी थी, अब उसकी हिस्सेदारी की कीमत ₹4,176 करोड़ हो गई है — जबकि उसकी शुरुआती निवेश राशि सिर्फ ₹10.44 करोड़ थी। यानी 39,000% से अधिक का रिटर्न।

मार्केट विशेषज्ञ खुदरा निवेशकों को सुझाव देते हैं कि जब अनलिस्टेड प्राइस, संभावित IPO प्राइस से अधिक हो, तब अतिरिक्त जोखिम लेना उचित नहीं होता। उनका मानना है कि आने वाले Tata Capital, Hero Fincap और NSE जैसे IPOs में भी इसी तरह रूढ़िवादी प्राइसिंग रणनीति देखने को मिल सकती है।

 

With inputs from IANS