
नई दिल्ली: महारत्न सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (SAIL) ने वित्तीय वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही में अपवादपूर्व वस्तुओं और कर से पहले लाभ (Profit Before Exceptional Items and Tax) में 273 प्रतिशत की जबरदस्त वृद्धि दर्ज की है।
कंपनी के अनुसार, बिक्री की मात्रा, ऑपरेशनल रेवेन्यू और सेलेबल व क्रूड स्टील उत्पादन में पिछले वर्ष की इसी अवधि (CPLY) की तुलना में स्वस्थ वृद्धि देखी गई है।
SAIL के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर, अमरेंदु प्रकाश ने कहा,
"FY26 की पहली तिमाही का प्रदर्शन यह दर्शाता है कि कंपनी ने परिचालन दक्षता में सुधार, नकदी प्रवाह में मजबूती और घरेलू बाजार में बिक्री की मात्रा में उल्लेखनीय वृद्धि हासिल की है, जिसमें सरकार द्वारा लगाई गई सेफगार्ड ड्यूटी का भी योगदान रहा है।"
उन्होंने आगे कहा,
"वैश्विक स्तर पर उतार-चढ़ाव के बावजूद, देश में बढ़ती स्टील खपत, उत्पादन क्षमता में विस्तार और सरकारी समर्थन के चलते हम देश के सभी स्टील उपभोक्ता क्षेत्रों को उच्च गुणवत्ता की स्टील की आपूर्ति कर पा रहे हैं। लागत में कटौती के उपाय और हितधारकों को अधिक मूल्य प्रदान करने की हमारी प्रतिबद्धता हमारे विकास की मुख्यधारा में बनी हुई है।"
SAIL ने इस सप्ताह यह भी घोषणा की कि वह भारत के प्रतिष्ठित ज़ोजिला टनल प्रोजेक्ट के लिए सबसे बड़ा स्टील आपूर्तिकर्ता बनकर उभरा है। यह महत्वाकांक्षी परियोजना निर्माणाधीन है और भारत की सबसे लंबी सड़क सुरंग एवं एशिया की सबसे लंबी द्विदिशा सुरंग बनने जा रही है।
कंपनी ने अब तक इस परियोजना को 31,000 टन से अधिक स्टील की आपूर्ति की है, जिसमें TMT रिबार्स, स्ट्रक्चरल स्टील और प्लेट्स शामिल हैं। SAIL परियोजना की 2027 की पूर्णता समय-सीमा तक नियमित रूप से स्टील आपूर्ति बनाए हुए है।
SAIL के बयान में कहा गया:
"ज़ोजिला टनल में योगदान SAIL की राष्ट्र निर्माण में दीर्घकालिक भूमिका को और सुदृढ़ करता है। ऐसे मेगा-प्रोजेक्ट्स SAIL की स्टील की गुणवत्ता, मजबूती और विश्वसनीयता पर लगातार भरोसा जताते हैं, जो भारत के भविष्य को आकार देने में कंपनी की महत्वपूर्ण भूमिका का प्रमाण है।"
यह परियोजना न केवल एक रणनीतिक बुनियादी ढांचा संपत्ति है, बल्कि क्षेत्रीय आर्थिक अवसरों को भी बढ़ावा देती है। SAIL का यह योगदान उन प्रतिष्ठित परियोजनाओं की श्रृंखला में शामिल है, जिनमें उसने अहम भूमिका निभाई है — जैसे चेनाब रेलवे ब्रिज, अटल टनल, बांद्रा-वर्ली सी लिंक, ढोला-सादिया ब्रिज और बोगीबील ब्रिज।
With inputs from IANS