
रांची: झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मुख्य प्रवक्ता लाल किशोर नाथ शाहदेव ने गुरुवार को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी द्वारा लगाए गए आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए इसे उनकी राजनीतिक हताशा का परिचायक बताया। उन्होंने कहा कि मरांडी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और गठबंधन सरकार पर निराधार आरोप लगाकर अपनी खोई हुई राजनीतिक जमीन वापस पाने की कोशिश कर रहे हैं।
पेसा कानून को लेकर मरांडी की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए शाहदेव ने इसे “हास्यास्पद” बताया और कहा कि हेमंत सोरेन सरकार जल, जंगल और जमीन पर आदिवासियों के अधिकारों की रक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने सवाल उठाया कि लगभग 20 वर्षों तक झारखंड में शासन करने वाली भाजपा ने अपने कार्यकाल में पेसा नियम बनाने की कोई गंभीर पहल क्यों नहीं की। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार कानून को धरातल पर उतारने के लिए गंभीर है, जबकि भाजपा जनता को गुमराह करने का काम कर रही है।
शाहदेव ने स्पष्ट किया कि राज्य सरकार अवैध खनन के खिलाफ शून्य सहनशीलता की नीति पर काम कर रही है और जहां भी शिकायतें मिल रही हैं, वहां सख्त कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने मरांडी पर चुनिंदा मुद्दे उठाने का आरोप लगाते हुए सवाल किया कि केंद्रीय एजेंसियों का कथित रूप से केवल राजनीतिक विरोधियों को डराने के लिए ही इस्तेमाल क्यों किया जा रहा है, जबकि भाजपा शासित राज्यों में खनन माफियाओं पर चुप्पी साधी हुई है।
उन्होंने कहा कि झारखंड की जनता भली-भांति जानती है कि अतीत में किन लोगों ने दीमक की तरह राज्य के संसाधनों को लूटा। तथाकथित डबल इंजन सरकार के दौर में राज्य की तिजोरी को नुकसान पहुंचाने वाले लोग आज ईमानदारी का पाठ पढ़ा रहे हैं। शाहदेव ने कहा कि चाहे सुवर्णरेखा नदी हो या कोयला क्षेत्र, सरकार की निगरानी सख्त है और किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।
भाजपा पर वास्तविक मुद्दों के अभाव का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी कभी बालू तो कभी शराब का मुद्दा उठाकर सरकार को बदनाम करने का प्रयास करती रहती है। उन्होंने जोर देकर कहा कि हाईकोर्ट के सभी आदेशों का पूरी तरह पालन किया जा रहा है और सरकार की हर कार्रवाई कानून के दायरे में है।