
मुंबई। अभिनेत्री और फिटनेस प्रेमी सैयामी खेर ने रोम में अपनी छुट्टियों का पूरा आनंद लिया। उन्होंने अपनी दो सबसे बड़ी खुशियों — परिवार संग समय बिताना और दौड़ना — को एक साथ जोड़ दिया। सैयामी ने कहा कि जब भी वह यात्रा पर जाती हैं, वहां एक हाफ मैराथन में हिस्सा जरूर लेती हैं।
सैयामी ने अपने माता-पिता और बहन के साथ रोम में छुट्टियां बिताईं, जहां उन्होंने शहर के खूबसूरत नज़ारों, समृद्ध इतिहास और स्वादिष्ट भोजन का आनंद लिया। इसी दौरान उन्होंने ‘हाफ रोम मैराथन’ में भी भाग लिया।
सैयामी ने आईएएनएस से कहा, “किसी शहर को देखने का सबसे अच्छा तरीका है पैदल चलना… उसकी गलियों में दौड़ना और उसकी ऊर्जा को महसूस करना। जब भी मैं कहीं जाती हूं, कोशिश करती हूं कि वहां की हाफ मैराथन में हिस्सा लूं। यह मेरे लिए किसी शहर को खोजने का सबसे पसंदीदा तरीका है। रोम तो सच में अब तक का सबसे खूबसूरत रन रहा। स्पेनिश स्टेप्स से लेकर ट्रेवी फाउंटेन और फिर कोलोसियम तक दौड़ना — यह मानो किसी पोस्टकार्ड के अंदर दौड़ने जैसा था।”
उन्होंने आगे कहा, “मौसम बेहतरीन था, हवा ताज़ा थी, और हर मोड़ पर इतिहास की कोई नई झलक मिल रही थी।”
सैयामी ने मैराथन के बाद खुद को एक पिज़्ज़ा स्लाइस और जेलाटो की स्कूप से ट्रीट भी दिया।
उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा, “ऐसे पल थे जब मैं भूल गई थी कि मैं रेस में हूं। बस मुस्कुरा रही थी और हर पल को जी रही थी। और रोम के दिल से 21 किलोमीटर दौड़ने के बाद, मैंने हर पिज़्ज़ा स्लाइस और जेलाटो का मज़ा पूरी तरह से कमाया था।”
अभिनय के मोर्चे पर, सैयामी जल्द ही सैफ अली खान और अक्षय कुमार के साथ प्रियदर्शन की आने वाली फिल्म ‘हैवान’ में नज़र आएंगी। यह फिल्म 2016 की मलयालम थ्रिलर ‘ओप्पम’ का हिंदी रीमेक है, जिसे खुद प्रियदर्शन ने निर्देशित किया था और जिसमें मोहनलाल ने मुख्य भूमिका निभाई थी। फिल्म में बोमन ईरानी, श्रिया पिलगांवकर और रोहन शंकर भी महत्वपूर्ण भूमिकाओं में हैं।
हाल ही में सैयामी वेब सीरीज़ ‘स्पेशल ऑप्स 2’ में नज़र आई थीं। इस शो में के के मेनन, प्रकाश राज, विनय पाठक, ताहिर राज भसीन, मुझम्मिल इब्राहिम, गौतमी कपूर, करण टक्कर, परमीत सेठी और काली प्रसाद मुखर्जी समेत कई कलाकार अहम भूमिकाओं में दिखाई दिए।
‘स्पेशल ऑप्स’ के नए सीज़न में के के मेनन एक बार फिर आर एंड ए डब्ल्यू अधिकारी हिमत सिंह के रूप में लौटते हैं, जो इस बार एक नई किस्म की जंग लड़ते हैं — ऐसी जंग जो युद्धक्षेत्रों पर नहीं, बल्कि डिजिटल दुनिया की परछाइयों में लड़ी जाती है। जैसे-जैसे साइबर हमले राष्ट्रीय स्थिरता को चुनौती देने लगते हैं, हिमत और उनकी टीम एक मौन युद्ध में उतरते हैं।
With inputs from IANS