मुंबई- अभिनेता वैभव राज गुप्ता ने नेटफ्लिक्स की साइकोलॉजिकल क्राइम थ्रिलर ‘मंडला मर्डर्स’ में एक सख्त और संवेदनहीन पुलिस अफसर विक्रम सिंह की भूमिका निभाने के लिए एक बेहद कठोर शारीरिक और मानसिक परिवर्तन से गुजरना पड़ा।
इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट साझा करते हुए वैभव ने बताया कि इस ट्रांसफॉर्मेशन में उन्हें पूरे नौ महीने लगे, जो हर लिहाज से उन्हें उनकी सीमाओं तक ले गया।
अपने सफर "वैभव से विक्रम" तक की कहानी साझा करते हुए उन्होंने बताया कि निर्देशक गोपी पुथरन के पास विक्रम सिंह के किरदार को लेकर एक स्पष्ट दृष्टिकोण था। वैभव ने लिखा,
“उन्होंने मुझसे कहा, ‘मुझे मेरा विक्रम ऐसा चाहिए जो सिन सिटी के मार्व जैसा लगे — तीखा, गंभीर, खतरनाक।’”
इस लुक को हासिल करने के लिए वैभव ने यशराज फिल्म्स के जिम में फिटनेस ट्रेनर निकेश की देखरेख में कड़ी ट्रेनिंग ली।
उनका वर्कआउट रूटीन हर दिन कम से कम तीन घंटे की मेहनत और हर सेट में 30 रेप्स का अनुशासन मांगता था — "कोई बहाना नहीं!"
इसमें छह महीने की गहन ट्रेनिंग के बाद तीन महीने का नो-कार्ब डायट प्लान शामिल था, जिससे शरीर की मसल्स को काटकर परिभाषित किया जा सके।
वैभव ने कहा,
“मैं मज़ाक नहीं कर रहा — यह इस पूरी यात्रा का सबसे कठिन हिस्सा था।”
“मुझे बेहद खास खाना खाना पड़ता था, एक सख्त डाइट फॉलो करनी होती थी, और एक ऐसी दिनचर्या निभानी होती थी जो पहले मुझे तोड़ती थी, फिर बनाती थी।”
‘गुल्लक’ फेम वैभव ने कहा कि उनके और उनके ट्रेनर के बीच की समझ और समर्पण ने उन्हें इस ट्रांसफॉर्मेशन के लिए प्रेरित किया।
“उन्होंने एक लड़के को एक ऐसा मर्द बना दिया जिसके पास न सिर्फ मसल्स हैं, बल्कि एक मजबूत सोच भी है।”
वैभव ने आगे लिखा:
“मैंने तय किया कि मैं अपनी तरफ से 200% दूंगा, क्योंकि वो मुझे 200% दे रहे थे। सर, आज मैं जहां पहुंचा हूं, उसमें आपके प्रशिक्षण और आपके विश्वास का बड़ा हाथ है।”
उन्होंने अपने ट्रेनर, टीम और यशराज स्टूडियो का शुक्रिया अदा करते हुए कहा,
“निकेश सर — मुझे गढ़ने के लिए धन्यवाद। और @yrf व @yogendramogre का धन्यवाद, जिन्होंने मुझे विक्रम सिंह बनने के लिए हर ज़रूरी संसाधन दिया। जिम में बिताया गया यह समय हमेशा मेरे दिल में रहेगा।”
With inputs from IANS