
भुवनेश्वर – ओडिशा की विपक्षी पार्टी बीजू जनता दल (बीजद) ने सोमवार को घोषणा की कि वह उपराष्ट्रपति पद के चुनाव में मतदान से दूर रहेगी। यह जानकारी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद सस्मित पात्रा ने दी।
पात्रा ने बताया कि बीजद अध्यक्ष नवीन पटनायक ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं, राजनीतिक कार्यकारी समिति और सांसदों से चर्चा के बाद यह फैसला लिया है। उन्होंने कहा—
“बीजद एनडीए और इंडिया गठबंधन (INDIA Bloc) दोनों से समान दूरी बनाए रखती है। हमारा ध्यान ओडिशा और उसके लोगों के विकास एवं कल्याण पर केंद्रित है।”
पार्टी के पास वर्तमान में राज्यसभा में सात सांसद हैं, जबकि लोकसभा में उसका कोई सदस्य नहीं है।
बीजद ने इससे पहले भी उपराष्ट्रपति चुनावों में अलग-अलग रुख अपनाया था। 2012 में उसने न तो भाजपा उम्मीदवार जसवंत सिंह का समर्थन किया था और न ही कांग्रेस के हमीद अंसारी का। 2017 में उसने कांग्रेस-नीत यूपीए उम्मीदवार गोपालकृष्ण गांधी का समर्थन किया, जबकि 2022 में एनडीए प्रत्याशी जगदीप धनखड़ के पक्ष में मतदान किया था।
इस बीच, भाजपा ने बीजद के इस फैसले का स्वागत करते हुए दावा किया कि मतदान से दूर रहना, उनके उम्मीदवार के प्रति अप्रत्यक्ष समर्थन है।
केंद्रीय मंत्री जुअल ओराम ने कहा—
“मतदान से abstain करना यानी अप्रत्यक्ष समर्थन देना। इस फैसले से बीजद और नवीन बाबू हमें अप्रत्यक्ष रूप से समर्थन दे रहे हैं।”
गौरतलब है कि उपराष्ट्रपति पद के लिए मतदान 9 सितम्बर को होना है। एनडीए ने महाराष्ट्र के राज्यपाल और भाजपा के वरिष्ठ नेता सी.पी. राधाकृष्णन को उम्मीदवार बनाया है, जबकि इंडिया गठबंधन की ओर से पूर्व सुप्रीम कोर्ट न्यायाधीश बी. सुदर्शन रेड्डी प्रत्याशी हैं।
With inputs from IANS