
नई दिल्ली (IANS): भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच भारत ने पाकिस्तान वायु सेना के एक F-16 और दो JF-17 लड़ाकू विमानों को मार गिराया है। सरकारी सूत्रों के अनुसार, ये कार्रवाई पाकिस्तान द्वारा जम्मू और पंजाब के कई इलाकों पर हमले की कोशिश के बाद की गई।
गुरुवार को पाकिस्तान ने भारत के कई ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की थी, लेकिन भारतीय वायु रक्षा प्रणालियों ने घुसपैठ कर रहे ड्रोन को मार गिराया।
सूत्रों के अनुसार, भारत ने पाकिस्तान के AWACS (Airborne Warning and Control System) विमान को भी पंजाब प्रांत के भीतर मार गिराया, जो उनके इलाके में जाकर गिरा।
जम्मू-कश्मीर के उधमपुर और राजस्थान के जैसलमेर में भी ड्रोन हमलों को विफल किया गया, जबकि अखनूर में एक ड्रोन को मार गिराया गया।
इसके अलावा, पुंछ में दो कामिकाज़ी ड्रोन भी मार गिराए गए।
सूत्रों के अनुसार, भारतीय सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल (SAM) ने F-16 को सरगोधा एयरबेस के पास गिराया।
गौरतलब है कि F-16 अमेरिका से मिला पाकिस्तान का प्रमुख लड़ाकू विमान है। इसे 1980 के दशक के अंत में पाकिस्तान को दिया गया था। पाकिस्तान ने 2019 में भारत द्वारा किए गए बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद भी इन विमानों का इस्तेमाल किया था। JF-17 भी पाकिस्तान के लिए एक महत्वपूर्ण लड़ाकू विमान है।
गुरुवार देर रात पाकिस्तान ने राजस्थान के जैसलमेर में मिसाइल हमला करने की कोशिश की, लेकिन भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने तुरंत प्रतिक्रिया दी।
70 से अधिक मिसाइलों को हवा में ही नष्ट कर दिया गया, जिससे ज़मीनी ठिकानों को कोई नुकसान नहीं हुआ।
इस बीच, पाकिस्तान ने जम्मू के कई स्थानों पर एक साथ हमले किए। अंतरराष्ट्रीय सीमा के पार से रॉकेट दागे गए, जिनमें जम्मू सिविल एयरपोर्ट भी निशाने पर आया। इसके जवाब में भारतीय लड़ाकू विमान तैनात किए गए और वायु रक्षा प्रणाली को सक्रिय कर दिया गया।
पाकिस्तानी सेना ने कुपवाड़ा, बारामुला, पुंछ, सांबा और उरी में भी बिना उकसावे के गोलाबारी की।
S-400 एयर डिफेंस सिस्टम ने जम्मू एयरपोर्ट, सांबा, आरएस पुरा, अरनिया और आस-पास के क्षेत्रों में पाकिस्तान की आठ मिसाइलों को इंटरसेप्ट कर नष्ट किया। वहीं, जम्मू यूनिवर्सिटी के पास दो पाकिस्तानी ड्रोन भी मार गिराए गए।
इंटीग्रेटेड डिफेंस स्टाफ ने एक बयान में कहा,
"जम्मू, पठानकोट और उधमपुर के सैन्य ठिकानों को पाकिस्तान ने मिसाइल और ड्रोन से निशाना बनाया। कोई जान-माल का नुकसान नहीं हुआ। भारतीय सशस्त्र बलों ने मानक संचालन प्रक्रिया के तहत खतरे को समाप्त किया, दोनों — काइनेटिक और नॉन-काइनेटिक — तरीकों से।"
पाकिस्तान का यह हमला भारत द्वारा ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर में स्थित आतंकवादी शिविरों पर की गई कार्रवाई के 48 घंटे के भीतर हुआ।