
पश्चिम बंगाल में विशेष गहन संशोधन (Special Intensive Revision – SIR) के तीन चरणों में से गणना चरण पूरा हो चुका है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEO) कार्यालय के अनुसार वंश-मानचित्रण (progeny-mapping) के माध्यम से पहचाने गए मतदाताओं की संख्या अपेक्षा से काफी अधिक है, जिससे निर्वाचन आयोग (ECI) चिंतित है।
मुख्य बिंदु:
वंश-मानचित्रण वाले मतदाता:
लगभग 3,84,85,166 मतदाता वंश-मानचित्रण के माध्यम से पहचाने गए हैं।
स्व-मानचित्रण (Self-mapping) वाले मतदाता:
केवल 2,94,52,893 मतदाता ऐसे हैं जिनके नाम 2002 और 2025 दोनों सूचियों में मौजूद हैं।
ECI की चिंता:
वंश-मानचित्रण और स्व-मानचित्रण की संख्या में बड़ा फर्क देखकर ECI ने इन सभी प्रविष्टियों की दोबारा जाँच करने के निर्देश दिए हैं।
ये पुन: सत्यापन 16 दिसंबर 2025 को जारी होने वाली ड्राफ्ट मतदाता सूची से पहले पूरा करना होगा।
सत्यापन के मुख्य बिंदु:
मतदाताओं और उनके माता-पिता के बीच आयु अंतर संदिग्ध रूप से कम न हो।
मतदाताओं द्वारा दी गई नई तस्वीरें और पिछले फॉर्म में छपी तस्वीरों का फोटो मिलान किया जाए।
आगामी चरण:
अंतिम मतदाता सूची जारी होने की तिथि: 14 फरवरी 2026
इसके तुरंत बाद पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा संभव है।
With inputs from IANS