जम्मू-कश्मीर में मुठभेड़ में तीन जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी ढेरBy Admin Thu, 15 May 2025 07:29 AM

श्रीनगर (IANS): जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले के त्राल स्थित नदर गांव में गुरुवार को हुई मुठभेड़ में जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के तीन आतंकवादियों को सुरक्षा बलों ने मार गिराया।

अधिकारियों के अनुसार, मारे गए आतंकियों की पहचान पुलवामा जिले के ही निवासी आसिफ अहमद शेख, आमिर नज़ीर वानी और यावर अहमद भट के रूप में हुई है।

यह जम्मू-कश्मीर में पिछले 48 घंटों के भीतर दूसरी बड़ी मुठभेड़ है।

सेना की श्रीनगर स्थित 15 कोर ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर जानकारी दी, “15 मई 2025 को खुफिया एजेंसी से प्राप्त विशेष सूचना के आधार पर भारतीय सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ (श्रीनगर सेक्टर) ने त्राल के नदर गांव में सर्च ऑपरेशन चलाया। सतर्क सैनिकों ने संदिग्ध गतिविधि देखी और चुनौती देने पर आतंकियों ने भारी गोलीबारी शुरू कर दी, जिसके बाद भीषण मुठभेड़ शुरू हो गई। अभियान अभी जारी है।”

त्राल के अवंतीपोरा उपखंड स्थित नदर गांव में गुरुवार सुबह सुरक्षा बलों और छिपे हुए आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई थी।

पुलिस ने भी एक्स पर पुष्टि करते हुए लिखा, “#अवंतीपोरा के नदर, त्राल इलाके में मुठभेड़ शुरू हो गई है। पुलिस और सुरक्षा बल मुस्तैदी से कार्रवाई में जुटे हैं। आगे की जानकारी शीघ्र दी जाएगी।”

खुफिया जानकारी मिलने के बाद सुरक्षा बलों ने नदर गांव को घेर लिया और तलाशी अभियान शुरू किया। पुलिस के अनुसार, “जैसे ही सुरक्षा बल छिपे आतंकियों के करीब पहुंचे, दोनों ओर से गोलीबारी शुरू हो गई।”

यह मुठभेड़ उस घटना के दो दिन बाद हुई है जिसमें शोपियां जिले के केलर क्षेत्र में तीन लश्कर-ए-तैयबा (LeT) आतंकवादी मारे गए थे।

मंगलवार को मारे गए आतंकियों में दो की पहचान शाहिद कुट्टे और अदनान शफी के रूप में हुई, जो शोपियां के निवासी थे। कुट्टे ने 2023 में लश्कर-ए-तैयबा जॉइन किया था और वह अप्रैल 2024 में डेनिश रिसॉर्ट पर हुए हमले में शामिल था, जिसमें दो जर्मन पर्यटक और एक ड्राइवर घायल हुए थे।

कुट्टे मई 2024 में हीरपोरा, शोपियां में एक भाजपा सरपंच की हत्या में भी शामिल था। अदनान शफी ने 2024 में आतंकी संगठन जॉइन किया और वह वाची, शोपियां में एक गैर-स्थानीय मजदूर की हत्या में शामिल था।

10 मई को भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्षविराम की समझ बनी थी। लेकिन उसी दिन संघर्षविराम प्रभावी होने के दो घंटे बाद ही जम्मू जिले के नगरोटा क्षेत्र में वाइट नाइट कोर मुख्यालय के बाहर संतरी पोस्ट पर आतंकियों ने गोलीबारी कर दी।

भारत सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि देश के भीतर होने वाली किसी भी आतंकवादी कार्रवाई को "युद्ध की कार्रवाई" माना जाएगा। पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों ने 22 अप्रैल को पहलगाम के बैसरण घासभूमि में हमला कर 25 पर्यटकों और एक स्थानीय व्यक्ति सहित 26 लोगों की जान ले ली थी।

सुरक्षा बलों के अनुसार, यह कायरतापूर्ण हमला लश्कर-ए-तैयबा द्वारा अंजाम दिया गया था। इसके जवाब में भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में सटीक हमलों के ज़रिए निर्दोष नागरिकों की हत्या का बदला लिया।

भारत ने यह भी स्पष्ट किया है कि सिंधु जल संधि को स्थगित रखा जाएगा और पाकिस्तान के साथ कोई व्यापार बहाल नहीं किया जाएगा।

पाकिस्तान द्वारा नियंत्रण रेखा (LoC) और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर नागरिक क्षेत्रों को निशाना बनाने से 200 से अधिक घर और दुकानें तबाह हो चुकी हैं, जिससे सैकड़ों लोग अपने घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन करने को मजबूर हुए हैं।

इन क्षेत्रों में अब भी कई परिवार लौट नहीं सके हैं क्योंकि सुरक्षा बल पाकिस्तानी मोर्टार के जिंदा गोले निष्क्रिय करने में लगे हुए हैं।