'भारत में हो रहे विकास को देख दुनिया भी चकित है' - बीकानेर में बोले प्रधानमंत्री मोदीBy Admin Thu, 22 May 2025 07:31 AM

बीकानेर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को राजस्थान के बीकानेर में 26,000 करोड़ रुपये से अधिक की विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया।

इस अवसर पर उन्होंने 18 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 86 जिलों में स्थित 102 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास कार्य का उद्घाटन भी किया, जो "अमृत भारत स्टेशन योजना" के तहत करीब 1,100 करोड़ रुपये की लागत से किए गए हैं।

इन स्टेशनों में आंध्र प्रदेश, असम, बिहार, छत्तीसगढ़, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, झारखंड, कर्नाटक, केरल, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, पुडुचेरी, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल शामिल हैं।

प्रधानमंत्री ने बीकानेर में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा:

"आज मैं करणी माता का आशीर्वाद लेकर आप सबके बीच आया हूं। करणी माता के आशीर्वाद से विकसित भारत का संकल्प मजबूत हो रहा है। कुछ ही समय पहले 26,000 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास हुआ है। इसके लिए मैं राजस्थान की जनता को बधाई देता हूं।"

उन्होंने आगे कहा:

"विकसित भारत के निर्माण के लिए आज देश में आधुनिक इन्फ्रास्ट्रक्चर का एक बड़ा अभियान चल रहा है। बीते 11 वर्षों में सड़कें, राजमार्ग, ट्रेनें और रेलवे स्टेशन जिस तेज़ी से आधुनिक हुए हैं, वैसी गति पहले कभी नहीं देखी गई। आज जो खर्च इन्फ्रास्ट्रक्चर पर हो रहा है, वह पहले के मुकाबले छह गुना अधिक है।"

पीएम मोदी ने कहा:

"आज भारत के विकास कार्यों को देखकर दुनिया भी हैरान है।"
उन्होंने चिनाब ब्रिज, अरुणाचल का सेला टनल, मुंबई का अटल सेतु, और दक्षिण भारत का पंबन ब्रिज जैसे उदाहरण दिए।

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत अब वंदे भारत, अमृत भारत और नमो भारत जैसी आधुनिक ट्रेनों के ज़रिए रेल नेटवर्क का आधुनिकीकरण कर रहा है, जो देश की नई तकनीकी क्षमता और गति को दर्शाता है।

इससे पहले प्रधानमंत्री ने करणी माता मंदिर में पूजा अर्चना की और उसके बाद पुनर्विकसित देशनोक रेलवे स्टेशन का दौरा किया। यह स्टेशन अमृत भारत योजना के तहत पुनर्निर्मित 103 स्टेशनों में शामिल है।

उन्होंने बीकानेर-मुंबई एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी भी दिखाई।

राजस्थान के देशनोक, फतेहपुर शेखावाटी, बूंदी, मांडलगढ़, गोगामेड़ी, राजगढ़, गोविंदगढ़, और मंडावर-महुआ रोड जैसे स्टेशनों को भी नए रूप में जनता को समर्पित किया गया।

देशनोक स्टेशन को स्थानीय स्थापत्य शैली के अनुसार डिजाइन किया गया है, जिसमें मंदिरनुमा मेहराब और अलंकृत स्तंभ शामिल हैं।

प्रधानमंत्री ने 58 किमी लंबे चूरू-सादुलपुर रेल खंड की आधारशिला भी रखी और सूरतगढ़-फलोदी, फूलेरा-डिगाना, उदयपुर-हिम्मतनगर, फलोदी-जैसलमेर और समदड़ी- बाड़मेर जैसे रेल मार्गों के विद्युतीकरण कार्यों को राष्ट्र को समर्पित किया।

सड़क परियोजनाओं के तहत एनएच-58 पर पुष्कर में तीन अंडरपास, एनएच-11 और एनएच-70 का चौड़ीकरण, और 7 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का उद्घाटन किया गया, जिनकी कुल लागत 4,850 करोड़ रुपये है।

सौर ऊर्जा क्षेत्र में प्रधानमंत्री ने बीकानेर में 300 मेगावाट और नवां में 100 मेगावाट की परियोजनाओं की आधारशिला रखी। डीडवाना और कुचामन में भी नई सौर परियोजनाएं शुरू की गईं।

उन्होंने फतेहगढ़-II पावर स्टेशन के विस्तार, नीमच ट्रांसमिशन सिस्टम, और बिजली निकासी प्रणाली बीकानेर का भी उद्घाटन किया।

कालासर (500 मेगावाट) और शिम्भू का भुर्ज (300 मेगावाट) सौर परियोजनाएं भारत की नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।

राजस्थान स्टेट हाईवे डेवलपमेंट प्रोग्राम के तहत 12 राज्य राजमार्गों के 757 किमी के उन्नयन व रखरखाव कार्य शुरू किए गए हैं, जिनमें मांगलियावास-पडुकलां, ब्यावर-टहला-अलनीयावास और डांटीवाड़ा-पिपर-मेरता सिटी शामिल हैं। भविष्य में 900 किमी अतिरिक्त सड़कों के उन्नयन की भी योजना है।

स्वास्थ्य क्षेत्र में राजसमंद, प्रतापगढ़, भीलवाड़ा और धौलपुर में चार नए नर्सिंग कॉलेजों का उद्घाटन किया गया।

इसके अलावा 132 केवी जीएसएस राजपुरा (बीकानेर) और 132 केवी जीएसएस सरड़ा (उदयपुर) में दो नए विद्युत उपकेंद्रों की शुरुआत की गई, जिससे क्षेत्र में बिजली वितरण व्यवस्था और बेहतर होगी।

इन सभी परियोजनाओं से राजस्थान के विकास को नई गति मिलेगी और भारत के विकसित राष्ट्र बनने के लक्ष्य को मजबूती मिलेगी।

 

With inputs from IANS