जम्मू-कश्मीर एलओसी पर घुसपैठ की कोशिश नाकाम, दो घुसपैठिए ढेर, स्थानीय 'गाइड' गिरफ्तारBy Admin Mon, 30 June 2025 07:48 AM

जम्मू- जम्मू-कश्मीर के राजौरी सेक्टर में एलओसी (नियंत्रण रेखा) पर आतंकियों की घुसपैठ की कोशिश को सेना ने नाकाम करते हुए दो घुसपैठियों को मार गिराया है। सेना ने सोमवार को यह जानकारी दी।

रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि कई आतंकियों को मार गिराया गया है, वहीं एक स्थानीय गाइड, जो घुसपैठ में मदद कर रहा था, को जिंदा पकड़ा गया है। मौके से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद भी बरामद हुआ है।

प्रवक्ता ने बताया, "29 जून को राजौरी के केरी सेक्टर में सतर्क जवानों ने संदिग्ध गतिविधि देखी। यह इलाका पहले से घुसपैठ के लिए जाना जाता है। यह घटना अमरनाथ यात्रा शुरू होने से ठीक पहले हुई है। खुफिया इनपुट्स के आधार पर जवानों ने भारी हथियारों से लैस जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के आतंकियों के समूह को घेर लिया।"

मुठभेड़ में सेना ने आतंकियों को भारी नुकसान पहुंचाया, जिसमें कम से कम दो आतंकियों के मारे जाने की पुष्टि हुई है। ऑपरेशन के दौरान एक स्थानीय गाइड को भी पकड़ा गया, जिस पर आतंकियों को रास्ता दिखाने का शक है।

बाद में तलाशी अभियान में हथियार, विस्फोटक और अन्य युद्ध सामग्री बरामद की गई, जिससे यह स्पष्ट होता है कि बड़े आतंकी हमले की साजिश थी।

प्रवक्ता ने कहा, "सेना की सतर्कता से क्षेत्र में शांति और स्थिरता के लिए बड़ा खतरा टल गया। पकड़े गए गाइड से पूछताछ जारी है, जिससे घुसपैठ नेटवर्क और पाकिस्तान आधारित आतंकी संगठनों से जुड़े तारों का खुलासा हो सकता है।"

इस कार्रवाई के बाद एलओसी पर निगरानी और गश्त और तेज कर दी गई है। अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती भी की गई है, ताकि भविष्य में कोई घुसपैठ न हो सके।

सेना प्रवक्ता ने बताया, "पुंछ और राजौरी जिलों में सुरक्षा बल हाई अलर्ट पर हैं, ताकि छिपे हुए किसी भी आतंकी खतरे का पता लगाया जा सके।"

बता दें, 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 नागरिकों की मौत के बाद से सेना, पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियां आतंकियों, उनके ओवरग्राउंड वर्करों (OGWs) और समर्थकों के खिलाफ सघन अभियान चला रही हैं। एलओसी और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर 24 घंटे कड़ी निगरानी रखी जा रही है, ताकि पाकिस्तान में प्रशिक्षित और पनाह पाए आतंकियों की घुसपैठ पूरी तरह रोकी जा सके।

 

With inputs from IANS