गांधीनगर- गुजरात के देहगाम तालुका के झांक गांव स्थित जे.एम. देसाई विद्यापीठ स्कूल में रहस्यमयी बीमारी फैलने से हड़कंप मच गया है। स्कूल के 225 में से 122 छात्रों में आंखों में जलन, लालिमा, जलन महसूस होना और धुंधला दिखने जैसे लक्षण सामने आए हैं। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए सभी प्रभावित बच्चों को तत्काल गांधीनगर सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया।
30 जून से लगातार बच्चे आंखों में जलन, लालिमा और धुंधला दिखने की शिकायत के साथ अस्पताल पहुंच रहे हैं। इस रिपोर्ट के लिखे जाने तक करीब 120 छात्र अभी भी इन लक्षणों से परेशान हैं।
स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, 120 प्रभावित छात्रों की गहन जांच के बाद अधिकतर को छुट्टी दे दी गई है, जबकि दो छात्रों को अभी भी अस्पताल में निगरानी में रखा गया है।
अधिकारियों ने बताया कि सभी छात्रों की हालत फिलहाल स्थिर है और अब तक किसी बड़े स्वास्थ्य खतरे के संकेत नहीं मिले हैं।
घटना के बाद जिला प्रशासन और कडडारा प्राइमरी हेल्थ सेंटर की टीम ने स्कूल का दौरा किया और मौके पर ही प्राथमिक उपचार दिया।
इसके बाद सभी प्रभावित छात्रों को विस्तृत जांच और इलाज के लिए गांधीनगर सिविल अस्पताल भेजा गया। अस्पताल प्रबंधन ने इलाज के साथ-साथ बच्चों के भोजन की भी व्यवस्था की।
डॉक्टरों ने बच्चों के खून और मूत्र के सैंपल लेकर जांच की, शुरुआती रिपोर्ट में किडनी और लिवर पर कोई असर नहीं पाया गया, जिससे परिजनों ने राहत की सांस ली है।
हालांकि, अब तक बीमारी के सटीक कारण का पता नहीं चल सका है, जिससे स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी भी हैरान हैं।
स्वास्थ्य, खाद्य सुरक्षा और शिक्षा विभाग की टीमें सक्रिय हो गई हैं। स्कूल और छात्रावास से पानी और खाने के सैंपल लिए गए हैं, जिन्हें जांच के लिए लैब भेजा गया है। रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है, जिससे बीमारी के असली कारण का पता लगाया जा सके।
पहला मामला सामने आने के 24 घंटे से अधिक का समय बीत चुका है, लेकिन अभी तक कोई विभाग यह स्पष्ट नहीं कर पाया है कि यह बीमारी किस वजह से फैली।
इस रहस्यमयी बीमारी को लेकर प्रशासन की तैयारियों और समन्वय पर भी सवाल उठ रहे हैं कि ऐसे स्वास्थ्य संकट से निपटने में कितनी तत्परता दिखाई जा रही है।
With inputs from IANS