नई दिल्ली — उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के धाराली क्षेत्र में इस सप्ताह की शुरुआत में बादल फटने से आई बाढ़ और भूस्खलन के बाद अब भी कम से कम 50 नागरिक, एक जूनियर कमीशंड अधिकारी (जेसीओ) और 8 जवान लापता हैं।
5 अगस्त को हरसिल के पास धाराली क्षेत्र में बादल फटने के बाद से इलाका अधिकांशतः दुर्गम बना हुआ है। बारतवारी, लिंचिगाड़, गंगरानी, हरसिल और धाराली में मुख्य सड़क संपर्क पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं।
इसके अलावा, गंगोत्री में करीब 180–200 पर्यटक फंसे हुए हैं। सेना और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के जवान उन्हें भोजन, चिकित्सा सहायता और आश्रय प्रदान कर रहे हैं।
हालांकि बचाव कार्य जारी है, लेकिन खराब मौसम और दुर्गम भूभाग के कारण दिक्कतें बनी हुई हैं। सेना के अनुसार, नेलोंग हेलीपैड से रिटर्न उड़ानों के जरिए पर्यटकों को निकाला जा रहा है। हरसिल में सैन्य हेलीपैड पूरी तरह से चालू है।
नेलोंग हेलीपैड सड़क मार्ग से गंगोत्री से जुड़ा हुआ है, जिससे राहत कार्यों में सहायता मिल रही है। हालांकि, धाराली का नागरिक हेलीपैड कीचड़ और मलबा जमा हो जाने के कारण अभी भी बंद है।
सेना नागरिक प्रशासन और अन्य एजेंसियों के साथ मिलकर मानवीय सहायता और आपदा राहत (एचएडीआर) अभियान को तेजी से चला रही है। कई जगहों पर भूस्खलन के कारण सड़कें और संचार संपर्क टूट गए हैं, लेकिन सेना दिन-रात राहत और बचाव कार्यों में जुटी हुई है।
अब तक 225 से अधिक सेना के जवान, इंजीनियर, मेडिकल स्टाफ और रेस्क्यू विशेषज्ञ मौके पर तैनात किए गए हैं। एक रेको रडार टीम टेखला में सक्रिय है और दूसरी टीम को लाया जा रहा है। खोजी कुत्तों की मदद से भी लापता लोगों की तलाश की जा रही है।
हवा से राहत कार्यों को तेज करने के लिए चिनूक और एमआई-17 हेलीकॉप्टरों को जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर तैनात किया गया है। मौसम अनुकूल रहने पर नागरिकों को एयरलिफ्ट किया जा रहा है।
सहस्त्रधारा से संचालित पांच नागरिक हेलीकॉप्टर मैटली, भटवारी और हरसिल में राहत सामग्री और कर्मचारियों को पहुंचा रहे हैं। मैटली हेलीपैड (आईटीबीपी) पर एक अस्थायी एविएशन बेस भी बनाया जा रहा है।
सेना के अनुसार, अब तक 70 नागरिकों को बचाया गया है, तीन लोगों की मौत हो चुकी है और 50 से अधिक लोग अभी भी लापता हैं। सेना ने बताया कि 9 जवान और 3 नागरिकों को देहरादून एयरलिफ्ट किया गया है, गंभीर रूप से घायल 3 नागरिकों को सड़क मार्ग से एम्स ऋषिकेश भेजा गया है और आठ अन्य जिला अस्पताल उत्तरकाशी में इलाज करा रहे हैं।
दो मृतकों के शव बरामद कर लिए गए हैं। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने धाराली का दौरा कर राहत कार्यों का जायजा लिया। सेंट्रल कमांड के चीफ ऑफ स्टाफ हेलीकॉप्टर तैनाती को लेकर मुख्यालय सेंट्रल एयर कमांड के साथ लगातार समन्वय कर रहे हैं।
With inputs from IANS