नई दिल्ली (IANS) – एक हालिया शोध में पाया गया है कि वजन घटाने के लिए ली जाने वाली दवाएं जैसे लिरागलूटाइड (liraglutide) या सेमागलूटाइड (semaglutide), शराब की खपत को लगभग दो-तिहाई तक कम करने में भी प्रभावी हो सकती हैं।
शराब की लत (Alcohol Use Disorder) एक बार-बार लौटने वाली समस्या है, जिससे हर साल लगभग 26 लाख लोगों की मौत होती है, जो वैश्विक मृत्यु दर का 4.7 प्रतिशत है।
हालांकि शराब की लत के इलाज में संज्ञानात्मक व्यवहार चिकित्सा (CBT), प्रेरणा बढ़ाने वाली थेरेपी और दवाएं अल्पकालिक रूप से असरदार होती हैं, फिर भी 70 प्रतिशत मरीज पहले साल में ही पुनः लत में लौट आते हैं।
इस अध्ययन में पाया गया कि ग्लूकागन-जैसे पेप्टाइड-1 (GLP-1) एनालॉग्स — जो मोटापे के इलाज के लिए विकसित की गई दवाएं हैं — मस्तिष्क में शराब की लालसा को कम करने में मदद कर सकती हैं।
चार महीनों के उपचार के बाद, मरीजों की औसत शराब खपत 11.3 यूनिट/सप्ताह से घटकर 4.3 यूनिट/सप्ताह रह गई — जो लगभग दो-तिहाई की कमी है।
नियमित शराब पीने वालों में यह खपत 23.2 यूनिट/सप्ताह से घटकर 7.8 यूनिट/सप्ताह हो गई — यह 68% की कमी है, जो यूरोप में शराब की लत के इलाज में प्रयुक्त दवा नालमेफीन (nalmefene) के प्रभाव के बराबर है, ऐसा यूनिवर्सिटी कॉलेज डबलिन के प्रोफेसर कैरेल ले रूक्स ने बताया।
उन्होंने कहा, "GLP-1 एनालॉग्स शराब की इच्छा को मस्तिष्क के ऐसे हिस्सों में दबाते हैं जो हमारी चेतन निगरानी में नहीं होते। इसलिए मरीज इस प्रभाव को 'बिना किसी प्रयास के' अनुभव करते हैं।"
यह अध्ययन Diabetes, Obesity and Metabolism पत्रिका में प्रकाशित हुआ है और यूरोपियन कांग्रेस ऑन ओबेसिटी (ECO 2025) में भी प्रस्तुत किया गया।
जहां पशुओं पर किए गए अध्ययनों में इन दवाओं से शराब की खपत में कमी देखी गई थी, वहीं इंसानों पर इस प्रभाव पर सीमित रिसर्च हुई है।
इस विषय पर अधिक जानकारी के लिए, डबलिन की एक क्लिनिक में मोटापे के इलाज करवा रहे मरीजों पर एक वास्तविक अध्ययन किया गया, जिसमें 262 वयस्क शामिल थे (79% महिलाएं, औसत उम्र 46 वर्ष, औसत वजन 98 किलोग्राम), जिनका BMI 27 किलोग्राम प्रति वर्ग मीटर से अधिक था और जिन्हें GLP-1 एनालॉग्स दिए गए।
इनमें से 188 मरीजों का चार महीने तक फॉलो-अप किया गया और किसी ने भी शराब की खपत नहीं बढ़ाई।
प्रोफेसर रूक्स ने कहा, "GLP-1 एनालॉग्स से न सिर्फ मोटापा कम होता है बल्कि इससे जुड़ी कई अन्य समस्याओं का जोखिम भी घटता है। अब इसके शराब की लत पर प्रभाव को लेकर भी उत्साहजनक परिणाम सामने आ रहे हैं।"