गगनयान मिशन के लिए तैयार है ISRO, पैराशूट एयरड्रॉप टेस्ट सफल — जितेंद्र सिंहBy Admin Thu, 04 December 2025 06:30 AM

नई दिल्ली - भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) द्वारा हाल ही में सफलतापूर्वक किया गया इंटीग्रेटेड मेन पैराशूट एयरड्रॉप टेस्ट (IMAT) देश के पहले मानव अंतरिक्ष मिशन ‘गगनयान’ के लिए एजेंसी की मजबूत तैयारियों का संकेत है। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने बुधवार को संसद को यह जानकारी दी।

गगनयान क्रू मॉड्यूल के मुख्य पैराशूटों का यह महत्वपूर्ण परीक्षण 3 नवंबर को उत्तर प्रदेश के झांसी स्थित बाबीना फील्ड फायरिंग रेंज (BFFR) में किया गया।

लोकसभा में दिए गए बयान में मंत्री ने बताया कि यह परीक्षण “भारत के पहले मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम, गगनयान, की मिशन-तैयारी रोडमैप को मजबूत करने में एक अहम कदम” है।

उन्होंने कहा कि IMAT, क्रू मॉड्यूल के पैराशूट-आधारित डिसेलेरेशन सिस्टम की योग्यता अभियान का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो मिशन के सबसे संवेदनशील और क्रिटिकल मानव-रेटिंग तत्वों में से एक है।

सबसे चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों का सफल सिमुलेशन 
जितेंद्र सिंह ने बताया कि इस परीक्षण ने एक अत्यंत कठिन अवतरण स्थिति का सिमुलेशन किया — मुख्य पैराशूटों के बीच डिसरीफिंग सीक्वेंस में जानबूझकर देरी।
इस हाई-स्ट्रेस स्थिति को सफलतापूर्वक प्रदर्शित किया गया, जिससे सिस्टम की संरचनात्मक मजबूती और असंतुलित बलों के बीच भार वहन क्षमता प्रमाणित हुई।

मंत्री ने कहा कि यह टेस्ट मानव-रेटिंग प्रक्रिया को काफी आगे बढ़ाता है और सरकार के 2027 की पहली तिमाही तक पहले मानवयुक्त गगनयान मिशन को लॉन्च करने के लक्ष्य को मजबूत करता है।

सख्त समीक्षा और सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता
उन्होंने आगे बताया कि ISRO क्रू मॉड्यूल पैराशूट सिस्टम और सभी परीक्षण परिणामों का स्वतंत्र और कठोर समीक्षा तंत्रों के माध्यम से नियमित मूल्यांकन कराता है।
इनमें डिजाइन रिव्यू टीम (DRT), स्वतंत्र आकलन समिति, और नेशनल एडवाइजरी पैनल (NAP) शामिल हैं, जिनमें देशभर के विशेषज्ञ सदस्य होते हैं।

मंत्री ने दोहराया कि गगनयान मिशन में क्रू सेफ्टी सर्वोच्च प्राथमिकता है।
हर प्रणाली का गहन परीक्षण, विशेषज्ञ समीक्षा और हर टेस्ट से मिलने वाले सबक को सिस्टम सुधार में शामिल कर दोबारा वैलिडेट किया जाता है।

अंतरिक्षयात्रियों की बहुआयामी ट्रेनिंग
जितेंद्र सिंह ने बताया कि गगनयान यात्रियों के प्रशिक्षण में आकस्मिक परिस्थितियों का सिमुलेशन, ऑफ-नॉर्मल लैंडिंग में सर्वाइवल प्रक्रियाएं, इमर्जेंसी किट संचालन और मनोवैज्ञानिक समर्थन जैसी सभी आवश्यक तैयारियां शामिल हैं।

 

With inputs from IANS