
नई दिल्ली — सरकार प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) एडवांस्ड केमिस्ट्री सेल (ACC) बैटरी स्टोरेज योजना के तहत 50 GWh क्षमता की स्थापना का समर्थन कर रही है। इसके अलावा PLI ACC योजना के आवेदकों से इतर, कम से कम 10 निर्माताओं ने अगले पांच वर्षों में देश में लगभग 178 GWh की संयुक्त उत्पादन क्षमता स्थापित करने की घोषणा की है। यह जानकारी संसद को मंगलवार को दी गई।
लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री एच. डी. कुमारस्वामी ने बताया कि PLI ACC योजना के तहत 40 GWh क्षमता चार लाभार्थी कंपनियों को आवंटित की गई है। इनमें शामिल हैं:
ACC Energy Storage Pvt. Ltd.
Ola Cell Technologies Pvt. Ltd.
Reliance New Energy Battery Storage Ltd.
Reliance New Energy Battery Ltd.
मंत्री ने कहा कि भारी उद्योग मंत्रालय मई 2021 में स्वीकृत PLI योजना — “नेशनल प्रोग्राम ऑन एडवांस्ड केमिस्ट्री सेल (ACC) बैटरी स्टोरेज” — का संचालन कर रहा है। इसकी कुल लागत 18,100 करोड़ रुपये है और इसका उद्देश्य 50 GWh की घरेलू ACC विनिर्माण क्षमता स्थापित करना है, जिसमें से 10 GWh ग्रिड स्केल स्टेशनेरी स्टोरेज (GSSS) के लिए आरक्षित है।
नीति आयोग की मई 2022 में जारी रिपोर्ट “Advanced Chemistry Cell Battery Reuse and Recycling in India” के अनुसार, आशावादी परिदृश्य में भारत की वार्षिक लिथियम-आयन बैटरी मांग वर्ष 2030 तक लगभग 210 GWh तक पहुंचने की संभावना है।
इसके साथ ही, भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) ने लिथियम-आयन बैटरियों के लिए सुरक्षा मानक जारी किए हैं, जिनमें आवश्यक सुरक्षा आवश्यकताएं और परीक्षण प्रोटोकॉल शामिल हैं। इसके अलावा पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय (MoEFCC) ने पर्यावरणीय पहलुओं के लिए बैटरी वेस्ट मैनेजमेंट रूल्स, 2022 अधिसूचित किए हैं।
BIS द्वारा प्रकाशित प्रमुख सुरक्षा मानक इस प्रकार हैं:
IS 18237:2023 — परिवहन के दौरान प्राथमिक और द्वितीयक लिथियम सेल्स और बैटरियों की सुरक्षा
IS 16893 (Part 2):2018 — इलेक्ट्रिक रोड व्हीकल्स के लिए सेकेंडरी लिथियम-आयन सेल्स: विश्वसनीयता और दुरुपयोग परीक्षण
IS 16893 (Part 3):2018 — इलेक्ट्रिक रोड व्हीकल्स के लिए सेकेंडरी लिथियम-आयन सेल्स: सुरक्षा आवश्यकताएं
IS 16805:2018 — औद्योगिक उपयोग के लिए सेकेंडरी लिथियम सेल्स और बैटरियों के सुरक्षा मानदंड
IS 16046 (Part 2):2018 — पोर्टेबल उपयोग के लिए सेकेंडरी लिथियम सिस्टम आधारित सील्ड बैटरियों के सुरक्षा मानक
मंत्री ने कहा कि ये मानक भारत में बढ़ती बैटरी विनिर्माण और उपयोग के लिए सुरक्षा और गुणवत्ता सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
With inputs from IANS