ऑस्ट्रेलियाई शोधकर्ताओं ने दवा-मुक्त दर्द से राहत के लिए ब्रेन ट्रेनिंग गेम विकसित कियाBy Admin Wed, 04 June 2025 06:10 AM

सिडनी – ऑस्ट्रेलिया के शोधकर्ताओं ने एक नया इंटरैक्टिव गेम विकसित किया है, जो पुरानी नसों से जुड़ी दर्द की समस्या से बिना दवा और बिना सर्जरी के राहत दिलाने का एक प्रभावी तरीका साबित हो सकता है।

‘पेनवेव (PainWaive)’ नामक इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य उपयोगकर्ताओं को न्यूरोपैथिक दर्द से जुड़ी असामान्य मस्तिष्क गतिविधियों को नियंत्रित करने का प्रशिक्षण देना है, जैसा कि शिन्हुआ समाचार एजेंसी ने रिपोर्ट किया।

यह गेम यूनिवर्सिटी ऑफ न्यू साउथ वेल्स (UNSW) के शोधकर्ताओं द्वारा विकसित किया गया है। इसमें एक हेडसेट के जरिए रीयल-टाइम में ब्रेनवेव्स (मस्तिष्क तरंगों) की निगरानी की जाती है, जबकि उपयोगकर्ता एक मोबाइल गेम खेलते हैं। यह गेम स्वस्थ मस्तिष्क तरंगों को इनाम देता है, जिससे यह ओपिओइड जैसी दर्दनिवारक दवाओं का घरेलू विकल्प बन सकता है।

हाल ही में हुए एक ट्रायल में चार में से तीन प्रतिभागियों ने चार सप्ताह के उपयोग के बाद दर्द में महत्वपूर्ण कमी की सूचना दी। शोधकर्ताओं के अनुसार, यह राहत ओपिओइड दवाओं से मिलने वाले असर के बराबर या उससे अधिक थी।

यह गेम उन लोगों की विक्षिप्त ब्रेनवेव्स पर आधारित है जो तंत्रिका दर्द से पीड़ित होते हैं, खासकर मस्तिष्क के थैलेमस भाग में आने वाले बदलावों पर – जो एक प्रमुख रिले केंद्र है।

UNSW की प्रोफेसर सिल्विया गुस्तिन ने बताया कि यह तकनीक उपयोगकर्ताओं को मानसिक रणनीतियों जैसे कि विश्रांति (relaxation) या सकारात्मक कल्पना (positive imagery) के माध्यम से मस्तिष्क की असामान्य गतिविधियों को दोबारा प्रशिक्षित करने में मदद करती है। ये निष्कर्ष Journal of Pain में प्रकाशित हुए हैं।

UNSW के न्यूरो रिकवरी रिसर्च हब की डॉ. नेगिन हेसम-शरियाती ने कहा,
“प्रतिभागी अपने ही परिवेश में दर्द का प्रबंधन करने में सशक्त महसूस कर रहे थे। यही इस तकनीक की खास बात है।”

प्रतिभागियों ने घर पर ही कम-कीमत वाले EEG (इलेक्ट्रोएंसेफैलोग्राम) हेडसेट और टैबलेट आधारित गेम का इस्तेमाल किया, जिसे शोधकर्ता दूरस्थ रूप से मॉनिटर कर रहे थे।

यह हेडसेट 3D प्रिंटिंग और ओपन-सोर्स पार्ट्स से डिज़ाइन किया गया है और इसकी कीमत लगभग 193.7 अमेरिकी डॉलर (लगभग ₹16,000) है, जो कि वाणिज्यिक सिस्टम की तुलना में कहीं सस्ता है। इसमें वेट इलेक्ट्रोड्स का उपयोग किया गया है जो मस्तिष्क के सेंसरिमोटर कॉर्टेक्स को निशाना बनाकर दर्द से जुड़ी गतिविधियों को सटीक रूप से रिकॉर्ड करते हैं।

प्रोफेसर गुस्तिन के अनुसार, PainWaive का डिज़ाइन खासकर उन लोगों को ध्यान में रखकर बनाया गया है जिनकी पारंपरिक इलाज तक पहुंच सीमित है। उन्होंने बताया कि अब दो बड़े ट्रायल की तैयारी चल रही है, जिनका लक्ष्य पुराना रीढ़ की हड्डी का दर्द और रीढ़ की चोट के कारण होने वाला न्यूरोपैथिक दर्द है।

 

With inputs from IANS