
वॉशिंगटन: अमेरिका ने पिछले सप्ताह अमेरिकी कर्मियों पर हुए घातक हमले के जवाब में मध्य सीरिया में इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएस) के दर्जनों ठिकानों पर हवाई हमले किए हैं। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
अमेरिकी रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ ने पुष्टि की कि ‘ऑपरेशन हॉकआई स्ट्राइक’ के तहत “आईएसआईएस के लड़ाकों, उनके ढांचे और हथियार ठिकानों” को निशाना बनाया गया। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि आगे और कार्रवाई की जा सकती है।
हेगसेथ ने एक बयान में कहा कि यह किसी युद्ध की शुरुआत नहीं है, बल्कि “बदले की घोषणा” है। उन्होंने कहा कि अमेरिकी बलों ने अपने दुश्मनों का पीछा किया, उनमें से कई को मार गिराया और आगे भी ऐसा करते रहेंगे।
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर ऑपरेशन का विवरण साझा करते हुए लिखा, “आज पहले अमेरिकी बलों ने सीरिया में ऑपरेशन हॉकआई स्ट्राइक शुरू किया, जिसका उद्देश्य आईएसआईएस के लड़ाकों, उनके ढांचे और हथियार ठिकानों को खत्म करना है। यह कार्रवाई 13 दिसंबर को सीरिया के पलमायरा में अमेरिकी बलों पर हुए हमले के सीधे जवाब में की गई है।
यह युद्ध की शुरुआत नहीं है—यह बदले की घोषणा है। राष्ट्रपति ट्रंप के नेतृत्व में संयुक्त राज्य अमेरिका अपने नागरिकों की रक्षा के लिए कभी हिचकिचाएगा नहीं और कभी पीछे नहीं हटेगा।”
उन्होंने आगे कहा, “जैसा कि उस बर्बर हमले के तुरंत बाद कहा गया था, यदि आप दुनिया में कहीं भी अमेरिकियों को निशाना बनाते हैं, तो आपको अपने शेष छोटे और भयग्रस्त जीवन में यह पता रहेगा कि संयुक्त राज्य अमेरिका आपको ढूंढ निकालेगा और बेरहमी से मार गिराएगा। आज हमने अपने दुश्मनों का शिकार किया और उन्हें मारा—बहुतों को। और हम आगे भी ऐसा करते रहेंगे।”
ये हवाई हमले पिछले सप्ताहांत पलमायरा के पास हुए उस हमले के जवाब में किए गए हैं, जिसमें दो अमेरिकी सेना के जवान और एक अमेरिकी नागरिक दुभाषिया मारे गए थे, जबकि तीन अन्य अमेरिकी सैनिक घायल हो गए थे।
हमलावर ने अमेरिकी और सीरियाई बलों के एक काफिले को निशाना बनाया था, जिसके बाद सैन्य कर्मियों ने उसे मार गिराया।
इस घटना के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने “बहुत कड़ी जवाबी कार्रवाई” का वादा किया था। व्हाइट हाउस की उप प्रेस सचिव एना केली ने कहा कि ये हमले उसी वादे को पूरा करते हैं। उन्होंने कहा, “राष्ट्रपति ट्रंप ने दुनिया को बताया था कि सीरिया में आईएसआईएस द्वारा हमारे नायकों की हत्या का अमेरिका जवाब देगा, और वह अपने वादे पर खरे उतर रहे हैं।”
With inputs from IANS