
तेल अवीव — इजरायली रक्षा बलों (IDF) ने सोमवार को बताया कि इजरायली वायु सेना के लड़ाकू विमानों ने तेहरान स्थित कुद्स फोर्स के कमांड सेंटर्स पर हमला किया, जिससे इजरायल और ईरान के बीच पहले से जारी टकराव और तेज हो गया है।
IDF के अनुसार, यह हमला "सटीक खुफिया जानकारी" के आधार पर किया गया और उन ठिकानों को निशाना बनाया गया जो इजरायल के खिलाफ आतंकी गतिविधियों की योजना में शामिल थे।
IDF ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा,
"वायु सेना ने तेहरान में रिवोल्यूशनरी गार्ड्स और ईरानी सेना की कुद्स फोर्स के मुख्यालयों पर हमला किया। यह हमला खुफिया विभाग से मिली सटीक जानकारी के अनुसार किया गया।"
IDF द्वारा जारी एक ग्राफिक के मुताबिक, इस अभियान में 10 ठिकानों पर हमले किए गए।
कुद्स फोर्स ईरान की इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) की एक विशेष इकाई है, जो विदेशों में सैन्य अभियानों के लिए जानी जाती है और लेबनान के हिज्बुल्ला जैसे गुटों को समर्थन देने के लिए कुख्यात है।
इस बीच, ईरान ने प्रति उत्तर में मध्य इजरायल पर बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं, जिसमें कम से कम चार लोगों की मौत हो गई और दर्जनों घायल हो गए।
मगन डेविड अदोम आपातकालीन सेवा ने बताया कि 87 घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया, जिनमें एक महिला के चेहरे पर गंभीर चोटें थीं और पांच अन्य की हालत मध्यम बताई गई। बाकी को मामूली चोटें आईं।
वहीं, ईरान में नागरिकों की मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। इजरायल के चार रातों से जारी हवाई हमलों के बाद ईरान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने पुष्टि की कि अब तक कम से कम 230 लोगों की जान गई है, जिनमें लगभग 90 प्रतिशत आम नागरिक हैं।
बढ़ते मानवीय संकट के बावजूद, ईरान ने संघर्षविराम वार्ता से इनकार कर दिया है जब तक कि वह इजरायल के शुरुआती हमलों का पूरा जवाब नहीं दे देता।
सूत्रों के अनुसार, तेहरान ने कतर और ओमान जैसे मध्यस्थ देशों को स्पष्ट कर दिया है कि किसी भी गंभीर बातचीत की शुरुआत तब ही होगी जब ईरान अपनी सैन्य कार्रवाई पूरी कर लेगा।
इजरायली अधिकारियों का दावा है कि उनके हमलों से सिर्फ सैन्य ठिकानों को ही नहीं, बल्कि ईरान की परमाणु क्षमताओं को भी भारी नुकसान पहुंचा है। इस अभियान में कई शीर्ष सैन्य कमांडर और परमाणु वैज्ञानिक मारे गए हैं।
बीती रात इजरायली सेना ने तेहरान में 80 से अधिक ठिकानों को निशाना बनाया। शुरुआत में यह अभियान परमाणु और सैन्य ठिकानों तक सीमित था, लेकिन बाद में तेल के भंडारों और सरकारी इमारतों तक इसका दायरा बढ़ा दिया गया।
रविवार को इजरायली सेना ने तेहरान में दो प्रमुख ईंधन भंडारण डिपो को तबाह कर दिया और तेल-समृद्ध खुझेस्तान प्रांत के अहवाज़ शहर में भी हवाई हमले किए।
अन्य प्रमुख निशानों में तेहरान का पुलिस मुख्यालय, रक्षा मंत्रालय का मुख्य कार्यालय और इस्फहान में एक रक्षा-संबंधी परिसर शामिल था।
With inputs from IANS