मुंबई — मंगलवार को एशियाई बाजारों से मिले कमजोर संकेतों के चलते भारतीय शेयर बाजार की शुरुआत गिरावट के साथ हुई। शुरुआती कारोबार में ऑटो, आईटी और फार्मा सेक्टरों में बिकवाली देखने को मिली।
सुबह करीब 9:28 बजे, सेंसेक्स 186.35 अंक यानी 0.23% की गिरावट के साथ 81,609.80 पर कारोबार कर रहा था, जबकि निफ्टी 68.20 अंक यानी 0.27% गिरकर 24,878.30 पर पहुंच गया।
निफ्टी बैंक 30.10 अंक या 0.05% की गिरावट के साथ 55,914.80 पर कारोबार कर रहा था।
निफ्टी मिडकैप 100 36.40 अंक गिरकर 58,732.10, जबकि निफ्टी स्मॉलकैप 100 66.30 अंक गिरकर 18,482.90 पर ट्रेड कर रहा था।
विश्लेषकों के अनुसार, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ईरान पर दिए गए हालिया बयान ने निवेशकों को भू-राजनीतिक हालात को लेकर सतर्क बना दिया है।
हालांकि ईरान-इजराइल टकराव बढ़ने के बावजूद वैश्विक शेयर बाजारों में स्थिरता बनी हुई है।
सीबीयूई वोलैटिलिटी इंडेक्स (CBOE VIX) में गिरावट यह संकेत देती है कि जब तक संघर्ष और गंभीर रूप नहीं लेता, बाजार में तेज गिरावट की संभावना नहीं है।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटजिस्ट डॉ. वी.के. विजयकुमार ने कहा,
“बाजार में स्थिरता बनाए रखने में खुदरा निवेशकों की अहम भूमिका है, जो हर गिरावट को खरीदारी के मौके के तौर पर देख रहे हैं। उच्च वैल्यूएशन भी उन्हें रोक नहीं रहा है।”
सेंसेक्स के टॉप गेनर्स:
Axis Bank, Kotak Mahindra Bank, NTPC, PowerGrid, Adani Ports, ICICI Bank, SBI, TCS और HCL Tech
टॉप लूज़र्स:
Tata Motors, Sun Pharma, IndusInd Bank, UltraTech Cement, Titan और Bajaj Finance
संस्थागत निवेश की स्थिति:
विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने 16 जून को ₹2,287.69 करोड़ की बिकवाली की।
घरेलू संस्थागत निवेशकों (DIIs) ने उसी दिन ₹5,607.64 करोड़ की खरीदारी की।
एशियाई बाजारों का हाल:
बैंकॉक, जकार्ता, जापान और सियोल में तेजी रही, जबकि हांगकांग और चीन लाल निशान पर कारोबार कर रहे थे।
अमेरिकी बाजारों की पिछली क्लोजिंग:
डॉव जोन्स: 317.30 अंक ऊपर, बंद हुआ 42,515.09 पर
S&P 500: 56.14 अंक की बढ़त, बंद हुआ 6,033.11 पर
नैस्डैक: 294.39 अंक ऊपर, बंद हुआ 19,701.21 पर
फेडरल रिजर्व की बैठक:
अमेरिकी फेडरल रिजर्व की दो दिवसीय बैठक आज से शुरू हो रही है और बुधवार को समाप्त होगी।
संभावना है कि ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के रिसर्च प्रमुख देवर्ष वकील के अनुसार:
“फेड चेयर जेरोम पॉवेल के बयान पर बाजार की नजर रहेगी, खासकर ऐसे समय में जब महंगाई में कुछ नरमी दिख रही है, लेकिन अर्थव्यवस्था अब भी मजबूत बनी हुई है।”
With inputs from IANS