गांधीनगर — गुजरात में खरीफ फसलों की बुवाई 7 जुलाई तक कुल खेती योग्य क्षेत्र के 50.32 प्रतिशत तक पहुंच गई है। राज्य कृषि विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, अब तक 43.05 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में फसलें बोई जा चुकी हैं, जो मौजूदा मानसूनी परिस्थितियों में अच्छी प्रगति दर्शाती है।
मूंगफली राज्य की प्रमुख खरीफ फसल बनी हुई है, जिसकी बुवाई 17.59 लाख हेक्टेयर में पूरी हो चुकी है, इसके बाद कपास की बुवाई 17.10 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में हुई है।
अन्य प्रमुख फसलें:
चारा फसलें: 3.10 लाख हेक्टेयर
सोयाबीन: 1.58 लाख हेक्टेयर
सब्जियां: 1.03 लाख हेक्टेयर
मक्का: 80,000 हेक्टेयर
इसके अलावा, बाजरा, धान, तूर, मूंग, अरंडी, ग्वार और ज्वार की भी बुवाई की सूचना मिली है। यह प्रगति राज्य में असमान वर्षा पैटर्न के बीच देखी गई है।
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (SEOC) के अनुसार, गुजरात ने अब तक औसत मौसमी वर्षा का 46.89 प्रतिशत प्राप्त कर लिया है।
क्षेत्रवार वर्षा स्थिति:
कच्छ: 56%
दक्षिण गुजरात: 51.12%
सौराष्ट्र: 45.92%
पूर्व-मध्य गुजरात: 45.29%
उत्तर गुजरात: 41.62%
अब तक:
42 तालुकों में औसतन 40 इंच वर्षा दर्ज की गई
15 तालुकों में 80 इंच तक
126 तालुकों में 10 से 20 इंच के बीच बारिश हुई
पिछले 24 घंटों में बारिश का हाल:
बोरसद: 4 इंच
गोधरा: 3.7 इंच
गांधीधाम: 2.3 इंच
देवभूमि द्वारका: 2 इंच
बारिश से राज्य की जल संरचनाओं पर भी असर पड़ा है।
जलाशयों की स्थिति:
34 बांध हाई अलर्ट पर
20 बांध अलर्ट पर
19 बांध चेतावनी स्तर पर
सरदार सरोवर बांध: कुल भंडारण क्षमता का 48.21% भरा हुआ
आपदा प्रबंधन के तहत अब तक 10 जिलों में 4,278 लोगों को निचले इलाकों से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है, वहीं 685 लोगों को स्थानीय प्रशासन, NDRF और SDRF टीमों ने रेस्क्यू किया है।
हालांकि, मौसम संबंधी चुनौतियों के बावजूद राज्य की अधिकांश सड़कें और एसटी बस सेवाएं सुचारु रूप से चालू हैं, जिससे राज्य में संपर्क व्यवस्था बनी हुई है।
With inputs from IANS