दिल्ली-एनसीआर में 4.4 तीव्रता का भूकंप, झज्जर रहा केंद्रBy Admin Thu, 10 July 2025 05:31 AM

नई दिल्ली — गुरुवार सुबह दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए, जिससे दिल्ली, नोएडा, गुरुग्राम, फरीदाबाद और आसपास के क्षेत्रों में दहशत फैल गई।

नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार, भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 4.4 मापी गई, जिसका केंद्र हरियाणा के झज्जर में था।

झटके सुबह 9:04 बजे के आसपास महसूस किए गए और लगभग एक मिनट तक जारी रहे। तेज झटकों से लोग अपने घरों और दफ्तरों से बाहर निकल आए, जिससे अफरा-तफरी मच गई।

फिलहाल किसी तरह की जान-माल की हानि की खबर नहीं है, लेकिन प्रशासन हालात पर नजर बनाए हुए है।

भूकंप के बाद राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) ने एक सलाह जारी की है, जिसमें लोगों से भूकंप से पहले, दौरान और बाद में सावधानियां बरतने और ‘क्या करें और क्या न करें’ का पालन करने की अपील की गई है।

हालांकि भूकंप के असर की विस्तृत जानकारी अभी आनी बाकी है, लेकिन सोशल मीडिया पर लोगों ने इसे “बहुत लंबे समय बाद का सबसे लंबा झटका” बताया।

आईएएनएस से बात करते हुए नोएडा के एक निवासी ने कहा,
"झटका काफी तेज था, हम सब डर गए थे, लेकिन शुक्र है कि यह ज्यादा देर तक नहीं चला।"

एक अन्य व्यक्ति ने बताया,
"बहुत जोर का झटका था। हम घबरा गए और तुरंत बाहर भागे।"

दिल्ली के एक स्थानीय निवासी ने कहा,
"पंखा हिलता दिखा तो हम तुरंत घर से बाहर निकल गए।"

एक अन्य ने बताया,
"मैं लैपटॉप पर काम कर रहा था कि अचानक कुर्सी हिलने लगी। फिर पंखे की ओर देखा तो वो भी हिल रहा था। मैं फौरन बाहर भागा।"

हाल के वर्षों में दिल्ली के आसपास 6.0 या उससे अधिक तीव्रता का कोई बड़ा भूकंप नहीं आया है, लेकिन छोटे और मध्यम तीव्रता के भूकंप समय-समय पर आते रहते हैं।

इससे पहले 8 जून को दक्षिण-पूर्व दिल्ली में 2.3 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसमें कोई नुकसान नहीं हुआ था।

फरवरी 2024 में, धौला कुआं को केंद्र मानकर आए 4.0 तीव्रता के भूकंप ने भी दिल्ली-एनसीआर को हिला दिया था।

अप्रैल में, अफगानिस्तान के हिंदू कुश क्षेत्र में 5.9 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसके झटके दिल्ली तक महसूस किए गए थे। इस दौरान भी किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई थी।

दिल्ली के इतिहास में दर्ज अब तक का सबसे तेज भूकंप 27 अगस्त 1960 को आया था, जिसकी तीव्रता 6.0 थी।

 

With inputs from IANS