जूनियर विश्व कप के नायक प्रिंस दीप सिंह को एचआईएल 2026 में दिग्गज डेविड हार्टे से सीखने की उत्सुकताBy Admin Thu, 18 December 2025 10:56 AM

नई दिल्ली। एफआईएच हॉकी मेंस जूनियर वर्ल्ड कप में शानदार प्रदर्शन करते हुए भारत को कांस्य पदक दिलाने में अहम भूमिका निभाने वाले युवा गोलकीपर प्रिंस दीप सिंह अब हॉकी इंडिया लीग (एचआईएल) 2026 में पूरे आत्मविश्वास के साथ उतरने को तैयार हैं। तमिलनाडु ड्रैगन्स के इस गोलकीपर ने टूर्नामेंट के दौरान भारत के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में अपनी जगह बनाई, खासकर क्वार्टरफाइनल में बेल्जियम के खिलाफ शूटआउट में किए गए अहम बचावों के लिए उनकी काफी सराहना हुई। पूरे टूर्नामेंट में उन्होंने लगातार स्थिर और भरोसेमंद प्रदर्शन किया।

जूनियर वर्ल्ड कप के बाद अपने बदले हुए आत्मविश्वास पर बात करते हुए प्रिंस दीप ने कहा, “इस टूर्नामेंट के बाद मेरा आत्मविश्वास काफी बढ़ गया है, क्योंकि मैंने घरेलू दर्शकों के सामने अच्छा प्रदर्शन किया। जब मैं बचाव करता था, तो दर्शक जोरदार तालियां बजाते थे, जो मेरे लिए बहुत बड़ी प्रेरणा थी।”

उन्होंने शूटआउट के उस यादगार पल को याद करते हुए कहा, “जब मैंने स्टेडियम में अपने पीछे इतनी बड़ी संख्या में दर्शकों को देखा, तो मैंने खुद से कहा कि मुझे उनके लिए गेंद रोकनी ही है। चौथा शूटआउट बचाने के बाद शोर और बढ़ गया और मेरा आत्मविश्वास और ऊंचा हो गया। जब पांचवां मौका आया, तो मुझे पूरा विश्वास था कि मैं इसे भी रोक लूंगा और वह डबल सेव बन गया। वह पल मेरे करियर का सबसे खास था और वह सोशल मीडिया पर भी वायरल हुआ।”

एचआईएल 2026 की तैयारी के तहत प्रिंस दीप एक बार फिर तमिलनाडु ड्रैगन्स के लिए खेलते नजर आएंगे, जहां उनके साथ आयरलैंड के दिग्गज गोलकीपर डेविड हार्टे भी होंगे। पिछली बार भी दोनों ने एक ही ड्रेसिंग रूम साझा किया था। डेविड हार्टे के प्रभाव पर बात करते हुए प्रिंस दीप ने कहा, “वह दुनिया के सर्वश्रेष्ठ गोलकीपरों में से एक हैं। उन्होंने मुझे दबाव को संभालना सिखाया, जो हमारे लिए सबसे जरूरी है। पहले मैं बहुत जल्दी नीचे गिर जाता था और जल्दबाजी में फैसला कर लेता था, लेकिन उन्होंने मुझे पैरों पर टिके रहने और आखिरी क्षण में प्रतिक्रिया देने की सलाह दी। ऐसे महान खिलाड़ी के साथ खेलना और अभ्यास करना मेरे लिए बहुत फायदेमंद है।”

उन्होंने बताया कि अभ्यास सत्रों के दौरान हार्टे को ध्यान से देखने से उनकी बुनियादी तकनीक और निर्णय लेने की क्षमता में सुधार हुआ। “मैं अक्सर अभ्यास के दौरान पीछे से उन्हें देखता था कि अलग-अलग परिस्थितियों में वह क्या करते हैं। उन्होंने कहा कि पेनल्टी कॉर्नर के दौरान शांत रहना बहुत जरूरी है, क्योंकि उस समय दबाव बहुत ज्यादा होता है। उनका मानना है कि मैदान के बाहर की नकारात्मकता को वहीं छोड़ देना चाहिए और मैदान के अंदर केवल अपने खेल पर ध्यान देना चाहिए।”

पिछले सीजन की तुलना में प्रिंस दीप खुद में बड़ा बदलाव महसूस कर रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लगातार खेलने और राष्ट्रीय शिविरों में लंबा प्रशिक्षण लेने से उनके खेल में निखार आया है। इस दौरान उन्हें भारत के पूर्व गोलकीपर और मौजूदा जूनियर पुरुष टीम के मुख्य कोच पी.आर. श्रीजेश का मार्गदर्शन भी मिला। श्रीजेश की देखरेख में प्रिंस दीप ने सुल्तान ऑफ जोहोर कप में रजत और हाल ही में जूनियर वर्ल्ड कप में कांस्य पदक जीतने में योगदान दिया।

उन्होंने कहा, “अब मेरे खेल में काफी बदलाव आया है। पहले मैं मैचों के दौरान थोड़ा घबराया रहता था, लेकिन अब मैं पूरी तरह अलग हूं। मेरे पिछले दो टूर्नामेंट अच्छे रहे। ट्रेनिंग में कोच श्रीजेश हमेशा कहते हैं कि नतीजों के बारे में ज्यादा न सोचें, सरल खेलें, बुनियादी बचाव करें, मैदान पर ज्यादा संवाद रखें और खेल से जुड़े रहें।”

प्रिंस दीप ने बताया कि श्रीजेश और डेविड हार्टे दोनों ही अंतरराष्ट्रीय हॉकी के बड़े नाम हैं और दोनों की सोच में काफी समानता है। “दोनों ने मुझे दबाव में खुद को नियंत्रित करना सिखाया है। उनका कहना है कि जो भी फैसला लें, पूरे विश्वास के साथ लें। अगर गोल हो भी जाए, तो आत्मविश्वास न खोएं, उसे तुरंत भूलकर अगली कार्रवाई पर ध्यान दें। दोनों ही निर्णय क्षमता, रक्षात्मक संतुलन और शांत रहने पर बहुत जोर देते हैं।”

तमिलनाडु ड्रैगन्स के बारे में बात करते हुए प्रिंस दीप ने पिछले सीजन में सेमीफाइनल में मिली हार पर अफसोस जताया, लेकिन आगामी सत्र को लेकर आशावादी नजर आए। उन्होंने कहा, “पिछली बार हमसे कुछ गलतियां हुई थीं, जिन पर हम इस सीजन में काम करेंगे। टीम का अधिकांश हिस्सा वही है और हमारा कैंप जल्द शुरू होने वाला है। टीम में अच्छा संतुलन है और सभी खिलाड़ी पिछले साल से बेहतर प्रदर्शन करने पर फोकस कर रहे हैं।”

एचआईएल शुरू होने से पहले प्रिंस दीप को इस बात का खास उत्साह है कि जूनियर वर्ल्ड कप में उनके साथ खेलने वाले कई खिलाड़ी अब लीग में उनके खिलाफ खेलेंगे। उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा, “मैं इन खिलाड़ियों की खेल शैली, उनकी ताकत और कमजोरियों को जानता हूं, इसलिए उनके खिलाफ खेलना मजेदार होगा। यह सीजन बेहद रोमांचक होने वाला है।”

मेंस हॉकी इंडिया लीग 2026 की शुरुआत 3 जनवरी से होगी, जिसमें तमिलनाडु ड्रैगन्स चेन्नई में अपने पहले मुकाबले में हैदराबाद टूफान्स की मेजबानी करेगा।

 

With inputs from IANS