सरकार ने रियल-टाइम आपदा चेतावनी के लिए नए मोबाइल अलर्ट सिस्टम का परीक्षण शुरू कियाBy Admin Tue, 01 July 2025 04:01 AM

नई दिल्ली- दूरसंचार विभाग (DoT) ने सोमवार को जानकारी दी कि राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) के सहयोग से पूरे भारत में रियल-टाइम आपदा चेतावनी देने के लिए एक नए मोबाइल अलर्ट सिस्टम का परीक्षण शुरू कर दिया गया है।

इस नए सिस्टम को ‘सेल ब्रॉडकास्ट (CB) सिस्टम’ कहा जाता है, जिसके जरिए प्राकृतिक आपदाओं या आपातकालीन परिस्थितियों जैसे सुनामी, भूकंप, आकाशीय बिजली, गैस रिसाव या रासायनिक दुर्घटनाओं के दौरान प्रभावित इलाकों में मौजूद सभी मोबाइल फोन पर तुरंत चेतावनी संदेश भेजे जाएंगे।

यह सिस्टम सामान्य एसएमएस अलर्ट्स से अलग है। सामान्य एसएमएस व्यक्तिगत रूप से भेजे जाते हैं, जबकि सेल ब्रॉडकास्ट संदेश एक साथ पूरे इलाके में मौजूद सभी मोबाइल फोनों पर भेजे जाते हैं, जिससे यह तरीका अधिक तेज और प्रभावी साबित होता है।

इस प्रणाली को विकसित और लागू करने का कार्य सेंटर फॉर डेवलेपमेंट ऑफ टेलिमैटिक्स (C-DOT) द्वारा किया जा रहा है, जो दूरसंचार विभाग के तहत एक अग्रणी अनुसंधान एवं विकास संगठन है।

फिलहाल यह सिस्टम देशभर में परीक्षण के दौर से गुजर रहा है, जो करीब दो से चार हफ्तों तक चलेगा।

इस दौरान लोगों को उनके मोबाइल फोन पर अंग्रेजी और हिंदी में परीक्षण संदेश प्राप्त हो सकते हैं।

साफ तौर पर इन संदेशों में उल्लेख होगा कि ये केवल परीक्षण का हिस्सा हैं और जनता को किसी प्रकार की कोई कार्रवाई करने की आवश्यकता नहीं है।

केवल उन्हीं मोबाइल फोनों पर ये टेस्ट संदेश मिलेंगे, जिनमें सेल ब्रॉडकास्ट टेस्ट चैनल सक्षम हैं।

इसके अलावा, कुछ लोगों को एक ही संदेश कई बार मिल सकता है, क्योंकि यह परीक्षण पूरे मोबाइल नेटवर्क, बेस स्टेशनों और टावरों पर किया जा रहा है।

NDMA पहले से ही ‘सचेत’ नामक एसएमएस आधारित अलर्ट सिस्टम चला रहा है, जो देश के सभी 36 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में कार्यरत है।

अंतरराष्ट्रीय दूरसंचार संघ (ITU) द्वारा अनुशंसित कॉमन अलर्टिंग प्रोटोकॉल पर आधारित इस सिस्टम के तहत अब तक 19 से अधिक भारतीय भाषाओं में 6,899 करोड़ से ज्यादा एसएमएस अलर्ट भेजे जा चुके हैं।

सेल ब्रॉडकास्ट सिस्टम का परीक्षण पूरा होने के बाद, इसे भी एसएमएस अलर्ट सिस्टम के साथ जोड़ा जाएगा, जिससे सभी मोबाइल उपयोगकर्ताओं को वास्तविक समय में और कई भारतीय भाषाओं में चेतावनी संदेश मिल सकें, चाहे उनके फोन में टेस्ट चैनल सक्रिय हों या नहीं।

सरकार ने लोगों से परीक्षण के दौरान सहयोग करने और किसी भी टेस्ट संदेश को नजरअंदाज करने की अपील की है।

ये संदेश केवल सिस्टम की क्षमता जांचने के लिए हैं, इनका कोई वास्तविक आपातकाल से संबंध नहीं है।

 

With inputs from IANS