नई दिल्ली — एक नए अध्ययन के अनुसार, गर्भावस्था और प्रारंभिक बचपन के दौरान सीसे (lead) के संपर्क में आना बच्चों की जानकारी को याद रखने की क्षमता को प्रभावित कर सकता है, जिससे उनके सीखने और बौद्धिक विकास में बाधा आ सकती है।
यह अध्ययन 6 से 8 वर्ष की आयु के बच्चों की याददाश्त के प्रदर्शन का मूल्यांकन करने के लिए एक प्रसिद्ध संज्ञानात्मक परीक्षण ‘डिलेड मैचिंग-टू-सैंपल टास्क’ का उपयोग करके किया गया, जिसकी जानकारी शिन्हुआ समाचार एजेंसी ने दी है।
अमेरिका के माउंट सीनाई स्थित आइकाह्न स्कूल ऑफ मेडिसिन के शोधकर्ताओं ने इस अध्ययन में नॉनलीनियर मोडिफाइड पावर फंक्शन नामक एक नवीन सांख्यिकीय मॉडल का उपयोग किया, जिसे पहले पशु और मानव अध्ययन में इस्तेमाल किया जा चुका है, लेकिन अब इसे पर्यावरणीय स्वास्थ्य अनुसंधान के लिए अनुकूलित किया जा रहा है।
अध्ययन में पाया गया कि 4 से 6 वर्ष की आयु के बीच रक्त में सीसे का उच्च स्तर, यहां तक कि अपेक्षाकृत कम मात्रा (मध्यम स्तर लगभग 1.7 माइक्रोग्राम प्रति डेसीलीटर) में भी, बच्चों में जानकारी भूलने की गति को काफी बढ़ा सकता है।
यह निष्कर्ष “साइंस एडवांसेज” नामक पत्रिका में प्रकाशित किए गए हैं, जो दर्शाते हैं कि कम मात्रा में भी सीसे का संपर्क बच्चों की महत्वपूर्ण मानसिक क्षमताओं को प्रभावित कर सकता है।
आइकाह्न स्कूल के पर्यावरण चिकित्सा विभाग के रॉबर्ट राइट ने कहा,
"स्मृतियों को बनाना शायद हमारी सबसे महत्वपूर्ण क्षमता है। यादें हमें परिभाषित करती हैं और यह तय करती हैं कि हम कैसे सीखते हैं।"
उन्होंने आगे कहा,
"यह अध्ययन दर्शाता है कि पर्यावरणीय रसायन कैसे स्मृति निर्माण की गति को बाधित कर सकते हैं। जिन बच्चों के रक्त में सीसे का स्तर अधिक था, वे परीक्षण की जानकारी को जल्दी भूल गए।"
शोधकर्ताओं का मानना है कि यह अध्ययन भविष्य में यह समझने का रास्ता खोलेगा कि सीसे जैसे पर्यावरणीय कारक ध्यान, कार्यकारी कार्यप्रणाली (executive function) और इनाम प्रक्रिया (reward processing) जैसे अन्य मानसिक पहलुओं को कैसे प्रभावित करते हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि यह अध्ययन नीतिगत हस्तक्षेपों की आवश्यकता को और मजबूत करता है, ताकि बच्चों के मस्तिष्क के विकास को अपरिवर्तनीय क्षति से पहले सुरक्षित किया जा सके।
With inputs from IANS