एयर इंडिया हादसा: दोनों इंजनों के फ्यूल कंट्रोल स्विच बंद होने से हुआ क्रैश, एक पायलट ने कहा- “मैंने नहीं किया”By Admin Sat, 12 July 2025 05:00 AM

नई दिल्ली — एयर इंडिया की बोइंग 787-8 विमान के इंजन फ्यूल कंट्रोल स्विच टेक-ऑफ के तीन सेकंड के भीतर ‘RUN’ से ‘CUTOFF’ मोड में शिफ्ट हो गए, जिसके चलते विमान 12 जून को अहमदाबाद से उड़ान भरने के 34 सेकंड के भीतर क्रैश हो गया। यह जानकारी शनिवार सुबह जारी की गई एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में सामने आई है।

रिपोर्ट के अनुसार, एयर इंडिया फ्लाइट 171 के दोनों इंजनों को ईंधन की आपूर्ति करने वाले फ्यूल कंट्रोल स्विच एक के बाद एक बंद कर दिए गए, जिससे दोनों इंजन बंद हो गए। कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर में एक पायलट को दूसरे पायलट से यह पूछते हुए सुना गया कि उसने फ्यूल क्यों बंद किया, जिस पर दूसरे पायलट ने जवाब दिया, “मैंने नहीं किया।”

रिपोर्ट में कहा गया है, “इंजन 1 और 2 के फ्यूल स्विच कुछ सेकंड में ही दोबारा 'RUN' स्थिति में लाए गए। दोनों इंजनों के एग्जॉस्ट गैस टेम्परेचर (EGT) बढ़े, जिससे संकेत मिलता है कि इंजन को दोबारा स्टार्ट करने की कोशिश की गई। कॉकपिट की बातचीत में भ्रम की स्थिति दिखी — एक पायलट ने पूछा, 'तुमने क्यों बंद किया?' दूसरे ने जवाब दिया, 'मैंने नहीं किया', जो कि संभावित गलतफहमी को दर्शाता है।”

उड़ान उस समय को-पायलट क्लाइव कुंदर द्वारा संचालित की जा रही थी, जबकि सुमीत सभरवाल पायलट-इन-कमांड थे और इस उड़ान में मॉनिटरिंग की भूमिका में थे। रिपोर्ट के अनुसार, सभरवाल के पास बोइंग 787 पर 8,600 घंटे से अधिक का अनुभव था, जबकि कुंदर ने इस विमान पर 1,100 घंटे से अधिक उड़ान भरी थी। दोनों पायलटों को उड़ान से पहले पर्याप्त विश्राम मिला था।

15-पृष्ठ की रिपोर्ट में कहा गया कि टेक-ऑफ और क्रैश के बीच पूरी उड़ान महज 30 सेकंड की रही। रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि फिलहाल बोइंग 787-8 विमान और GE GEnx-1B इंजनों के ऑपरेटर्स के लिए कोई विशेष कार्रवाई की सिफारिश नहीं की गई है।

प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में बताया गया है कि वर्ष 2018 में अमेरिकी फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (FAA) ने ईंधन नियंत्रण स्विच के लॉकिंग फीचर के “संभावित निष्क्रिय हो जाने” को लेकर एक विशेष एयरवर्थीनेस सूचना बुलेटिन (SAIB) जारी किया था। चूंकि यह सिर्फ सलाह थी, अनिवार्य नहीं थी, इसलिए एयर इंडिया ने संबंधित जांच नहीं करवाई।

रिपोर्ट के अनुसार, “विमान और इंजनों पर सभी लागू एयरवर्थीनेस डायरेक्टिव्स और अलर्ट सर्विस बुलेटिन्स का पालन किया गया था।” साथ ही यह भी स्पष्ट किया गया कि उड़ान के दौरान मौसम संबंधित कोई समस्या नहीं थी और विमान का टेक-ऑफ वज़न भी अनुमत सीमाओं के भीतर था।

“जांच जारी है और टीम सभी संबंधित पक्षों से अतिरिक्त साक्ष्य, रिकॉर्ड और जानकारी जुटाकर आगे की समीक्षा करेगी,” रिपोर्ट में कहा गया है।

रिपोर्ट सार्वजनिक होने के बाद, एयर इंडिया ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर बयान जारी कर कहा: “हम इस दुखद क्षति का शोक मना रहे हैं और प्रभावितों को हर संभव सहायता देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। एयर इंडिया सभी नियामक और संबंधित पक्षों के साथ मिलकर काम कर रही है।”

इस हादसे में विमान में सवार 242 यात्रियों में से 241 और ज़मीन पर मौजूद कई अन्य लोग मिलाकर कुल लगभग 270 लोगों की जान चली गई।

 

With inputs from IANS