प्रधानमंत्री मोदी आज से यूके और मालदीव के दो देशों की यात्रा पर रवाना होंगेBy Admin Wed, 23 July 2025 04:47 AM

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार से ब्रिटेन और मालदीव की दो देशों की राजकीय यात्रा पर रवाना होंगे। यह दौरा रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने और क्षेत्रीय सहयोग को बढ़ाने की दिशा में एक अहम कूटनीतिक कदम माना जा रहा है।

प्रधानमंत्री मोदी की यूके यात्रा 23–24 जुलाई तक निर्धारित है, जो ब्रिटिश प्रधानमंत्री केयर स्टारमर के निमंत्रण पर हो रही है। यह उनका चौथा ब्रिटेन दौरा होगा।

विदेश मंत्रालय (MEA) ने एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया,

“इस यात्रा के दौरान दोनों पक्ष व्यापक रणनीतिक साझेदारी (Comprehensive Strategic Partnership – CSP) की प्रगति की समीक्षा करेंगे, जिसमें विशेष रूप से व्यापार और अर्थव्यवस्था, तकनीक और नवाचार, रक्षा और सुरक्षा, जलवायु, स्वास्थ्य, शिक्षा और लोगों से लोगों के बीच संबंधों पर फोकस रहेगा।”

इसके अलावा, यात्रा के दौरान क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी चर्चा होगी, जिनमें दोनों देशों की साझा चिंताएं शामिल होंगी।

इस दौरे से भारत-यूके व्यापक रणनीतिक साझेदारी (CSP) को नई गति मिलने की उम्मीद है। दोनों नेता इस साझेदारी की प्रगति की समीक्षा करेंगे और भविष्य में सहयोग के नए क्षेत्रों को तय करेंगे, जिनमें भारत-यूके मुक्त व्यापार समझौता (FTA) भी शामिल है।

इस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी की राजा चार्ल्स तृतीय से मुलाकात भी संभावित है।

दौरे के दूसरे चरण में प्रधानमंत्री मोदी 25–26 जुलाई को मालदीव की राजकीय यात्रा पर जाएंगे। यह यात्रा मालदीव के राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद मुइज्जू के निमंत्रण पर हो रही है। यह प्रधानमंत्री मोदी की मालदीव की तीसरी यात्रा होगी और राष्ट्रपति मुइज्जू के कार्यकाल में किसी भी प्रमुख राष्ट्राध्यक्ष या शासनाध्यक्ष की पहली यात्रा भी होगी।

विदेश मंत्रालय ने बताया,

“दोनों नेता भारत-मालदीव संयुक्त दृष्टिकोण (India-Maldives Joint Vision) के तहत समग्र आर्थिक और समुद्री सुरक्षा साझेदारी की प्रगति की समीक्षा करेंगे, जिसे अक्टूबर 2024 में राष्ट्रपति मुइज्जू की भारत यात्रा के दौरान अपनाया गया था।”

महत्वपूर्ण रूप से, प्रधानमंत्री मोदी 26 जुलाई को मालदीव के 60वें स्वतंत्रता दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे।

यह यात्रा भारत की ‘पड़ोसी पहले’ (Neighbourhood First) नीति और ‘विजन महासागर’ (Vision MAHASAGAR) के तहत समुद्री पड़ोसी देशों के साथ संबंधों को मजबूत करने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।

प्रधानमंत्री की इस यात्रा के दौरान बुनियादी ढांचे, रक्षा सहयोग और आर्थिक संपर्क जैसे प्रमुख क्षेत्रों में प्रगति की समीक्षा की जाएगी।

यह उच्चस्तरीय कूटनीतिक दौरा भारत की वैश्विक भूमिका को सुदृढ़ करने और हिंद महासागर क्षेत्र में रणनीतिक हितों को पुनः पुष्ट करने की दिशा में अहम कदम है।

 

With inputs from IANS